नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के तीसरे सोमवार को भी मणिपुर के मसले पर हंगामा जारी रहा और दोनों सदनों में कामकाज नहीं हुआ। विपक्षी पार्टियां दोनों सदनों में चर्चा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब देने की मांग कर रही हैं। इसे लेकर विपक्षी पार्टियों ने सोमवार को संसद भवन परिसर में सामूहिक प्रदर्शन भी किया। सोमवार की सुबह कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी सांसदों ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। दूसरी ओर सरकार कह रही है कि वह चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष चर्चा से भाग रहा है। पक्ष और विपक्ष में गतिरोध चर्चा के नियम को लेकर भी है।
बहरहाल, प्रदर्शन के बाद संसद की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने दोनों सदनों में मणिपुर की हिंसा और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार के मसले पर चर्चा की मांग शुरू की। लोकसभा विपक्ष ने जम कर नारेबाजी की, जिसकी वजह से लोकसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। राज्यसभा में भी भारी हंगामे की वजह से कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। गौरतलब है कि गुरुवार को शुरू हुए मानसून सत्र के पहले दिन से विपक्ष संसद में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रहा है, जबकि सरकार लगातार जोर दे रही है कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी नहीं, बल्कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बोलेंगे।
संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विपक्षी सांसदों के प्रदर्शन में कांग्रेस की रंजीत रंजन, एनसीपी की सुप्रिया सुले, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा, जदयू के राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी, झारखंड मुक्ति मोर्चा की महुआ मांजी आदि नेता शामिल हुए। सांसदों ने प्रधानमंत्री से सदन के अंदर मणिपुर हिंसा को लेकर बयान देने की मांग की और कहा कि मणिपुर की सरकार को बरखास्त करना चाहिए।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों के सांसदों के प्रदर्शन के मुकाबले भाजपा के कुछ सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों ने भी संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया और राजस्थान में महिलाओं के अपमान का मुद्दा उठाया। भाजपा सांसद रवि किशन ने कहा- हम राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के इस्तीफे की मांग करते हैं। दलितों पर अत्याचार को रोकने की जरूरत है। अत्याचार काफी बढ़ गए हैं, और इसलिए हम यहां संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इससे पहले सोमवार को मॉनसून सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मणिपुर के विषय पर संसद के भीतर बयान देना चाहिए, क्योंकि इस समय पूर्वोत्तर का यह राज्य इसका इंतजार कर रहा है और पूरा देश उनकी ओर देख रहा है। कांग्रेस महासचिव और संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की यह मांग भी है कि समाधान की सामूहिक इच्छा को व्यक्त करने के लिए सदन में चर्चा हो।