मुंबई। महाराष्ट्र का चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है। राज्य के उप मुख्यमंत्री और असली एनसीपी के प्रमुख अजित पवार को हराने के लिए एनसीपी के संस्थापक शरद पवार ने कमर कसी है। उन्होंने अपनी पार्टी से अजित पवार के भतीजे युगेंद्र पवार को उतारा है। इतना ही नहीं खुद शरद पवार और उनकी सांसद बेटी सुप्रिया सुले ने सोमवार को युगेंद्र पवार का नामांकन कराया। इसके बाद अजित पवार ने अपने चाचा पर हमला किया। अजित ने कहा कि शरद पवार परिवार तोड़ने का काम कर रहे हैं।
अजित पवार ने नामांकन के बाद एक रैली को संबोधित करते हुए कहा- एनसीपी के संरक्षक शरद पवार ने परिवार में फूट डाली और मेरे खिलाफ उम्मीदवार खड़ा किया। पहले मैंने गलती की थी, लेकिन ऐसा लगता है कि अब दूसरे लोग भी गलती कर रहे हैं। अजित पवार ने कहा- राजनीति को इतने निचले स्तर पर नहीं लाया जाना चाहिए, क्योंकि पीढ़ियों को एक होने में समय लगता है और परिवार को तोड़ने में एक पल भी नहीं लगता।
गौरतलब है कि अजित पवार ने शरद पवार की बेटी और अपनी चचेरी बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को लोकसभा चुनाव लड़वाया था। इस चुनाव में सुप्रिया सुले ने सुनेत्रा पवार को हरा दिया था। बाद में अजित पवार ने कहा था कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। अजित पवार ने अपनी गलती मानी थी। अब वे कह रहे हैं कि उन्होंने जो गलती की थी वही गलती शरद पवार कर रहे हैं।
बहरहाल, उनके खिलाफ नामांकन करने वाले उनके भाई श्रीनिवास पवार के बेटे युगेंद्र ने कहा- अजित पवार के खिलाफ लड़ाई मुश्किल नहीं होगी, लेकिन आसान भी नहीं होगी। बारामती के लोग पवार साहब के साथ हैं। पवार साहब ने यही बात लोकसभा में भी दिखाई थी। शरद पवार ने लोगों से युगेंद्र को वोट देने की अपील करते हुए कहा- 57 साल पहले मैं बारामती से नामांकन दाखिल करने पहली बार आया था। तब से लोगों ने मुझे लगातार प्यार दिया। मेरा बारामती के लोगों के साथ तब से जुड़ाव है। सभी युवा उम्मीदवारों को मेरा सुझाव है कि लोगों के साथ जुड़ाव बनाए रखें। विनम्र रहें और जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करें।