मुंबई। महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक ड्रामे में हर दिन नया मोड़ आ रहा है। सोमवार को एक बार फिर अजित पवार अपने साथ कुछ विधायकों को लेकर शरद पवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा कि उनको सूचना मिली थी कि शरद पवार वाईबी चव्हाण सेंटर में हैं तो वे उनसे मिलने और उनका आशीर्वाद लेने पहुंचे। एक दिन पहले रविवार को अजित पवार अपने साथ राज्य सरकार में शामिल हुए आठ अन्य मंत्रियों को लेकर पवार के पास पहुंचे थे और उनका आशीर्वाद लिया था।
सोमवार को हुई मुलाकात के बाद अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल ने वही बात कही, जो उन्होंने रविवार की मुलाकात के बाद कही थी। प्रफुल्ल पटेल ने सोमवार को कहा- कल मानसून सत्र शुरू होने से पहले हमने उनसे आशीर्वाद लिया था। आज सत्र शुरू होने पर हमने दोबारा पवार साहब का आशीर्वाद लिया। पटेल ने कहा- मीटिंग में हमने पवार साहब से निवेदन किया कि वे पार्टी को एकजुट रखें। उन्होंने हमें सुना, पर कोई जवाब नहीं दिया।
एक दिन पहले रविवार को भी अजित पवार विधायकों के साथ शरद पवार से मिले थे। तब प्रफुल्ल पटेल ने कहा था- हमने पैर पकड़कर शरद पवार जी का आशीर्वाद लिया। हमने उनसे एनसीपी में एकजुटता और मजबूती को लेकर अपनी बातें रखीं। उन्होंने हमें सुना लेकिन कुछ कहा नहीं। सोमवार को पटेल ने कहा- हमें जानकारी मिली थी कि शरद पवार साहब यहां मौजूद हैं, तो हम बिना उन्हें सूचित किए यहां आ गए।
दूसरी ओर शरद पवार गुट के नेता जयंत पाटिल ने कहा- मुझे सुप्रिया सुले का फोन आया था। उन्होंने मुझसे जल्दी वाईबी चव्हाण सेंटर पहुंचने को कहा था। मुझे नहीं पता कि अजित पवार और अन्य विधायक यहां क्यों आए थे। सोमवार को अजित पवार के साथ 15 विधायक भी शरद पवार से मिलने पहुंचे थे। सूत्रों के मुताबिक, रविवार को अजित से मीटिंग के बाद शरद पवार ने उनके गुट के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था। उन्होंने कहा था कि वो अपनी प्रगतिशील राजनीति जारी रखेंगे और कभी भी भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेंगे।