मुंबई। महाराष्ट्र के सबसे बड़े नेता और तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे शरद पवार ने विधानसभा चुनाव के बीच एक बड़ा दांव चला है। उन्होंने चुनावी राजनीति से संन्यास लेने का संकेत दिया है। एनसीपी के संस्थापक 84 साल के शरद पवार ने कहा है कि अब वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि वे पार्टी संगठन का काम देखते रहेंगे। इसका मतलब है कि वे अपनी पार्टी के प्रमुख बने रहेंगे।
शरद पवार ने मंगलवार को बारामती में कहा- कहीं तो रुकना ही पड़ेगा। मुझे अब चुनाव नहीं लड़ना है। अब नए लोगों को आगे आना चाहिए। मैंने अभी तक 14 बार चुनाव लड़ा है। अब मुझे सत्ता नहीं चाहिए। मैं समाज के लिए काम करना चाहता हूं। विचार करूंगा कि राज्यसभा जाना है या नहीं। गौरतलब है कि उनके बागी भतीजे अजित पवार ने कुछ समय पहले उनका नाम लिए बगैर कहा था कि वे कब तक राजनीति करते रहेंगे।
बहरहाल, शरद पवार ने 1960 में कांग्रेस से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। महज 27 साल की उम्र में शरद पवार 1967 में बारामती विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने। पिछले पांच दशक में शरद पवार 14 चुनाव जीत चुके हैं। वे तीन बार मुख्यमंत्री रहे हैं। वे कई बार केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं।