नई दिल्ली। हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद भी लेबनान पर इजराइल का हमला जारी है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया के मुताबिक इजराइल के हमले में 33 लोगों की मौत हो गई है। इस बीच हिजबुल्लाह ने बताया है कि हसन नसरल्लाह का शव मिल गया है। मेडिकल और सुरक्षा टीमों ने नसरल्लाह के शव को हमले वाली जगह से बरामद किया है। हिजबुल्लाह ने इस बात की भी पुष्टि की है कि उसी हमले में उसका एक और शीर्ष कमांडर अली कराकी भी मारा गया है।
बहरहाल, खबरों के मुताबिक हसन नसरल्लाह के शरीर पर हमले के सीधे निशान नहीं हैं। उसकी मौत के पीछे तेज धमाके से हुए सदमे को वजह माना जा रहा है। इस बीच रविवार को इजराइल ने लेबनान से सटी सीमा पर टैंक तैनात कर दिए। कतर के चैनल ‘अलजजीरा’ ने इनकी तस्वीरें जारी की हैं। उधर अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उसे नसरल्लाह पर हमले के बारे में पता था। इजराइल ने ऑपरेशन के लिए लड़ाकू विमानों के उड़ान भरने के बाद उसे जानकारी दी थी। हालांकि इजराइल ने दावा किया है कि उसने ऑपरेशन शुरू करने से पहले ही अमेरिका को संदेश भेज दिया था।
एक रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार और रविवार को भी इजराइल ने हमला जारी रखा, जिसमें 33 लोगों की मौत हुई है और करीब दो सौ लोग घायल हुए हैं। अमेरिकी अखबार ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि नसरल्लाह को मारने के लिए 27 सितंबर को इजराइल ने आठ लड़ाकू विमान भेजे थे। इनके जरिए हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर दो हजार पाउंड के 15 बम गिराए गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, ये अमेरिका में बने बीएलयू 109 बम थे, जिन्हें बंकर बस्टर भी कहा जाता है। ये लोकेशन पर बंकर में जाकर विस्फोट करने में सक्षम होते हैं।
बहरहाल, लेबनान की नेशनल न्यूज एजेंसी के मुताबिक रविवार को इजराइल के हमले में एक ही परिवार के 17 लोगों की मौत हो गई है। इजराइल ने ये हमला लेबनान के उत्तर में बेका घाटी के जबूद शहर में किया था। हमले के बाद राहत और बचावकर्मी मलबे के नीचे जिंदा लोगों की तलाश की तलाश में जुटे हुए हैं। लेबनानी प्रधानमंत्री नाजिब मिकाती ने इजराइल के हमले के बाद इमरजेंसी कैबिनेट मीटिंग की। उन्होंने बताया कि 12 दिन से जारी इजराइली हमलों के बीच अब तक करीब 10 लाख लोग बेघर हो गए हैं। यह लेबनान के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा विस्थापन है।