नई दिल्ली। जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के मामले में सोमवार, सात अक्टूबर को लालू प्रसाद और उनके परिवार के बाकी सदस्यों को जमानत मिल गई। अदालत ने कुछ नौ आरोपियों को जमानत दी है। दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट से सभी को एक एक लाख रुपए के निजी मुचलके पर जमानत मिली। अदालत ने सभी को पासपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए हैं। अगली सुनवाई 25 अक्टूबर को होगी।
इस मामले में सोमवार को लालू प्रसाद के परिवार की दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी हुई। सुनवाई के लिए कोर्ट में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, तेजप्रताप और मीसा भारती पहुंचे थे। पहली बार इस मामले में कोर्ट की तरफ से लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को समन किया गया था। कोर्ट में पेशी के लिए लालू प्रसाद अपनी बेटी मीसा और रोहिणी के साथ रविवार को पटना से दिल्ली पहुंचे थे। तेज प्रताप पहले से ही दिल्ली में मौजूद थे। तेजस्वी दुबई से रविवार देर रात तक दिल्ली पहुंचे थे।
इस मुकदमे को बदले की कार्रवाई करते हुए तेजस्वी यादव ने भाजपा पर हमला किया और कहा- ये लोग बार बार राजनीतिक साजिश करते रहते हैं। केंद्र सरकार एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। इस केस में कोई दम नहीं है। बीजेपी जो सभी के साथ करती है वही हमारे साथ भी कर रही है। हम लोगों की जीत तय है। लोकसभा सदस्य मीसा भारती ने कहा- हमें कोर्ट पर पूरा विश्वास है। आज जो फैसला आया है, हम उसके लिए न्यायालय का धन्यवाद करते हैं।