नई दिल्ली। जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के कथित घोटाले में लालू प्रसाद के बेटे और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने आरोपपत्र दायर कर दिया है। सोमवार को एजेंसी के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि पूर्व मुख्यमंत्रियों लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के खिलाफ भी आरोपपत्र दायर किया गया है। यह दूसरा आरोपपत्र है, जो जांच के दौरान मिले सबूतों के आधार पर दायर किया गया है। इसमें 14 अन्य लोगों के नाम भी शामिल हैं।
इस मामले में 12 जुलाई को सुनवाई होगी। राबड़ी देवी, लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव समेत 17 लोगों के खिलाफ अब तक आरोपपत्र दायर किया गया है। गौरतलब है कि जमीन के बदले नौकरी के मामले में मई महीने में सीबीआई की टीम ने देश भर में नौ जगहों पर छापेमारी की थी। सीबीआई ने पटना, आरा, भोजपुर, दिल्ली और गुरुग्राम में छापा मारा था। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता के ठिकानों पर भी सीबीआई की तरफ से छापेमारी की गई थी।
इसके अलावा राजद प्रमुख लालू यादव के करीबी विधायक के पटना और आरा के घर पर भी सीबीआई ने छापा मारा था। यह मामला लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को कथित तौर उपहार में दी गई या बेची गई जमीन के बदले रेलवे में की गई नियुक्तियों से जुड़ा है। इसे लेकर सीबीआई जांच कर रही है। सीबीआई ने अपने आरोप पत्र में कहा है कि भारतीय रेलवे के निर्धारित मानदंडों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए रेलवे में नियुक्तियां की गईं थी।