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डॉक्टरों की सुरक्षा पर कमेटी

कोलकाता/नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना को लेकर देश भर में डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन यानी आईएमए की अपील पर शनिवार को सुबह छह बजे शुरू हुई हड़ताल जारी है, जो रविवार की सुबह छह बजे तक चलेगी। देश भर के डॉक्टरों की इस हड़ताल से अस्पतालों में कामकाज ठप्प रहा। इस बीच सरकार ने डॉक्टरों की सुरक्षा पर सुझाव देने के लिए कमेटी बनाने का ऐलान किया है और साथ ही डॉक्टरों से हड़ताल समाप्त करने की अपील की है।

आईएमए की अपील पर हुई देशव्यापी हड़ताल के दौरान शनिवार को इमरजेंसी सेवाओं को छोड़ कर बाकी सारे कामकाज ठप्प रहे। उधर कोलकाता में डॉक्टरों की हड़ताल और प्रदर्शन के आठ दिन हो गए हैं। इस घटना को लेकर डॉक्टरों की नाराजगी को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आईएमए के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की है और डॉक्टरों से हड़ताल खत्म करने को कहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है- डॉक्टरों की मांग को लेकर कमेटी बनाई जाएगी। सुरक्षा के लिए राज्य सरकारों से भी सुझाव मांगे जाएंगे।

स्वास्थ्य मंत्रालय की इस घोषणा से पहले आईएमए प्रमुख ने शनिवार को कहा- इमरजेंसी सेवाएं छोड़ कर अस्पतालों में कामकाज बंद है। हमारी मांग है कि डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। हमने ऐसा कुछ नहीं मांगा जो सरकार नहीं कर सकती है। गौरतलब है कि, नौ अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर से बलात्कार के बाद उसकी हत्या की गई थी। 14 अगस्त की देर रात इसी अस्पताल में हिंसा हुई, जिसके बाद आईएमए ने देश भर में प्रदर्शन का फैसला किया था। पूर्वोत्तर क्षेत्र के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों में शामिल रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज भी डॉक्टरों की हड़ताल का समर्थन कर रहा है।

डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर आईएमए प्रमुख ने कहा- हम जीवन के अधिकार की मांग कर रहे हैं। यह मौलिक अधिकार है। हम प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे। मामले में उन्हें हस्तक्षेप करना चाहिए। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से भाषण में कोलकाता का मुद्दा उठाया था और महिलाओं की सुरक्षा की बात कही थी। उधर आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल से शनिवार को लगातार दूसरे दिन सीबीआई ने पूछताछ की। इस बीच चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को सुप्रीम कोर्ट के दो वकीलों ने चिट्ठी लिखी है। उन्होंने कहा कि कोलकाता वाली घटना से देश की आत्मा पर हमला हुआ है। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए।

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