नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार यानी 16 जनवरी की देर रात को राजधानी वॉशिंगटन डीसी के ओवल ऑफिस में अपना विदाई भाषण दिया। अपने विदाई भाषण में बाइडेन ने अपने उत्तराधिकारी निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके दोस्त व दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क पर हमला किया। बाइडेन ने जलवायु परिवर्तन पर ट्रंप के विचारों को निशाना बनाया तो अरबपतियों के अमेरिकी राजनीति में दखल की आलोचना करके मस्क पर निशाना साधा। बाइडेन का विदाई भाषण 15 मिनट का था। गौरतलब है कि ट्रंप 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
बाइडेन की विदाई के साथ ही उनके पांच दशक से ज्यादा लंबे राजनीतिक करियर का अंत हो जाएगा। उन्होंने 1972 में डेलावेयर राज्य से 30 साल की उम्र में सीनेटर का चुनाव जीतकर अपने करियर की शुरुआत की थी। उस वक्त बाइडेन देश के सबसे युवा सीनेटर थे। उन्होंने विदाई भाषण में अपने 50 साल के राजनीतिक जीवन पर भी बात की। बाइडेन ने कहा कि दुनिया में सिर्फ अमेरिका में ही ऐसा हो सकता है, जहां एक हकलाने वाला बच्चा राष्ट्रपति बन जाए। गौरतलब है कि जो बाइडेन को बचपन में बात करते वक्त हकलाने की समस्या थी।
अपने कार्यकाल के बारे में उन्होंने कहा, ‘हमने जो कुछ भी किया है, उसका असर दिखने में समय लगेगा, लेकिन बीज बो दिए गए हैं, वे बढ़ेंगे और आने वाले दशकों तक खिलेंगे’। उन्होंने अपने भाषण में ट्रंप का एक बार भी नाम नहीं लिया लेकिन उनके निशाना बनाते हुए कहा, ‘हमें संविधान में संशोधन करने की जरूरत है, जिससे तय हो सके कि कोई भी इंसान राष्ट्रपति पद पर रहते किए गए अपने अपराधों से आजाद नहीं है’। गौरतलब है कि ट्रंप एक सेक्स वर्कर से अपने संबंधों को दबाने के लिए पैसे देने के मामले में दोषी ठहराए जा चुके हैं। हालांकि उनकी सजा का ऐलान नहीं हुआ है। राष्ट्रपति बनने के बाद वे अपने को माफी देंगे।
बाइडेन ने मस्क का भी नाम लिए बगैर उन पर हमला किया और कहा, ‘कुछ समय में देश में रईसों के एक छोटे से तबके का वर्चस्व बढ़ रहा है। इससे देश और लोकतंत्र को खतरा है। अमेरिकी लोगों पर फेक न्यूज का जाल फैला दिया गया है, और इसके जरिए सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है’। उन्होंने आगे कहा, ‘कुछ शक्तिशाली लोग अपनी ताकत का इस्तेमाल क्लाइमेट चेंज पर हमारे फैसलों को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। वे अपने फायदे के लिए सत्ता का इस्तेमाल करना चाहते हैं’।