नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन को बड़ी जीत मिली है। भाजपा विरोधी गठबंधन ‘इंडिया’ ने 49 सीटों पर जीत हासिल की है। जम्मू कश्मीर में गठबंधन का नेतृत्व कर रही नेशनल कॉन्फ्रेंस को सबसे ज्यादा 42 सीटें मिली हैं। उसने 51 सीटों पर चुनाव लड़ा था। 31 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस कांग्रेस को सिर्फ छह सीटें मिली हैं। सीपीएम ने अपनी एक पारंपरिक सीट बचाने में कामयाब रही है। राज्य की 90 विधानसभा सीटों के मुताबिक बहुमत का आंकड़ा 46 का है, लेकिन पांच सदस्यों को मनोनीत करने के बाद आंकड़ा 48 हो जाएगा।
बहरहाल, अनुच्छेद 370 हटा कर जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्ज खत्म करने के बाद हुए चुनाव में भाजपा हालांकि सरकार बनाने में कामयाब नहीं रही लेकिन उसकी सीटों में भी इजाफा हुआ है। भाजपा ने पिछली बार की 25 सीटों के मुकाबले इस बार 29 सीटें जीती हैं। पार्टी को पिछले चुनाव के मुकाबले चार सीटों का फायदा हुआ है। हालांकि जम्मू कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना नौशेरा सीट से हार गए। उन्होंने पार्टी आलाकमान को अपना इस्तीफा भेजा है। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी ने तीन सीटें जीती हैं। पिछले चुनाव में पार्टी को 28 सीटें मिली थीं।
पहली बार चुनाव लड़ रहीं महबूबा की बेटी इल्तिजा मुफ्ती श्रीगुफवारा बिजबेहरा सीट से करीब नौ हजार से ज्यादा वोटों से हार गईं। जम्मू कश्मीर में आम आदमी पार्टी ने पहली बार जीत दर्ज की है। डोडा सीट से उसके उम्मीदवार मेहराज मलिक ने भाजपा के गजय सिंह राणा को हराया। वहीं पीपुल्स कॉन्फ्रेंस को एक सीट पर जीत मिली, जबकि सात सीटों पर निर्दलीय जीते। संसद पर हमले के दोषी ठहराए गए अफजल गुरु के भाई ऐजाज अहमद गुरु को सोपोर सीट पर महज 129 वोट मिले।
नतीजों के बाद नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा- उमर अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री होंगे। वे 11 या 12 अक्टूबर को शपथ ले सकते हैं। उमर अब्दुल्ला दो सीटों, बडगाम और गांदरबल पर चुनाव लड़े और दोनों पर पीडीपी उम्मीदवार को हराया। जम्मू कश्मीर में 18 और 25 सितंबर और एक अक्टूबर को तीन चरणों वोटिंग हुई थी। इस बार 63.88 फीसदी मतदान हुआ। 10 साल पहले 2014 में हुए चुनाव में 65 फीसदी वोटिंग हुई थी।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की 90 सीटों में से 43 जम्मू और 47 कश्मीर में हैं। भाजपा ने जम्मू क्षेत्र की सभी 43 सीटों पर चुनाव लड़ा और 29 सीटें जीती। वहीं कश्मीर क्षेत्र की 47 सीटों में भाजपा ने 19 उम्मीदवार उतारे थे। वहां भाजपा का खाता नहीं खुल पाया। नेशनल कांफ्रेंस की 42 सीटों में से 35 सीटें कश्मीर क्षेत्र से मिली हैं। वहीं कांग्रेस ने अपनी सभी छह सीटों कश्मीर संभाग से ही जीतीं। 2014 में कांग्रेस को 12 सीटें मिली थीं।