नई दिल्ली। राज्यसभा में एक बार फिर सभापति जगदीप धनखड़ और नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच बहस हुई। खड़गे ने कहा कि अगर सभापति विपक्ष का सम्मान नहीं करेंगे तो विपक्ष भी उनका सम्मान नहीं करेगा। इसके बाद सदन में जम कर हंगामा हुआ, जिसके बाद सदन की कार्यवाही सोमवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दी गई। सत्र की शुरुआत में भी सभापति और नेता विपक्ष के बीच बहस हुई थी।
गौरतलब है कि विपक्ष ने सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है। इसके खिलाफ भाजपा सांसद राधामोहन दास अग्रवाल ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया। शुक्रवार को इसी पर हंगामा शुरू हुआ। इस दौरान सभापि जगदीप धनखड़ ने कहा- मैंने बहुत सहा। मैं किसान का बेटा हूं, मैं झुकता नहीं हूं। विपक्ष ने संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं। जवाब में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- आप हमारी पार्टी के नेताओं का अपमान करते हैं। आपका काम सदन चलाना है। हम यहां आपकी तारीफ सुनने के लिए नहीं आए। आप किसान के बेटे हो तो मैं मजदूर का बेटा हूं। आप सम्मान नहीं करते तो मैं आपका सम्मान क्यों करूं।
इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा को सोमवार, 16 दिसंबर सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे को दोपहर अपने केबिन में मिलने के लिए बुलाया। गौरतलब है कि अगले हफ्ते संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त होना है। अगले हफ्ते के पहले दो दिन संविधान पर चर्चा होगी। विपक्ष ने सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है, लेकिन यह चर्चा के लिए नहीं आएगा क्योंकि नोटिस के बाद 14 दिन की अवधि पूरी होने से पहले ही सत्र समाप्त हो जाएगा। सो, विपक्ष को अगले सत्र में नए सिरे से नोटिस देना होगा।