Anti-Drone Cage :- मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि संभावित जमीनी हमले से पहले गाजा के बाहर इकट्ठा हो रहे इजरायली टैंकों को एंटी-ड्रोन केज से लैस किया गया है, जिसका रूस-यूक्रेन युद्ध में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया था। यरूशलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, वाशिंगटन पोस्ट ने संशोधित कवरिंग वाले इजरायली टैंकों की तस्वीरें साझा की हैं, जिनका उद्देश्य वाहन के अंदर सैनिकों को ड्रोन से गिराए गए किसी भी विस्फोटक से बचाना है।
सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के एक वरिष्ठ सलाहकार मार्क कैंसियन ने अखबार को बताया मेरी धारणा यह है कि हमास के हमलों ने इज़राइल को केज का अधिक व्यापक इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहन दिया। शायद यह कुछ ऐसा था जिसके बारे में वे पहले से सोच रहे थे क्योंकि हर कोई यूक्रेन में युद्ध को करीब से देख रहा है। कैंसियन ने कहा एक दिलचस्प सवाल यह है कि क्या ये संरचनाएं संघर्ष में बख्तरबंद वाहनों के लिए मानक बन जाएंगी। संयुक्त राज्य अमेरिका ने अपने टैंकों को केज से सुसज्जित नहीं किया है, लेकिन यह एक सबक हो सकता है जिसे सेनाओं को कठिन तरीके से सीखने की जरूरत है।
यरूशलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, 7 अक्टूबर को हमास के हमलों के वीडियो फुटेज में दिखाया गया है कि कैसे आतंकवादी समूह ने इजरायली संचार प्रतिष्ठानों पर विस्फोटक गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया, जिससे आईडीएफ की तीव्र प्रतिक्रिया को रोकने में मदद मिली। ड्रोन, जो आसानी से उपलब्ध होने वाले वाणिज्यिक ड्रोन प्रतीत होते हैं, ने यह आशंका पैदा कर दी है कि हमले का यह अपेक्षाकृत सरल तरीका दुनिया भर के अन्य विद्रोही समूहों द्वारा अपनाया जा सकता है। इज़रायली सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया की कमी के कारण हमास को कई गाजा के पास के इलाकों और आईडीएफ के ठिकानों में घुसपैठ करने में आसानी हुई, जिसमें 1,400 से अधिक लोग मारे गए। (आईएएनएस)