तेल अवीव। इजराइल ने लेबनान में जंग रोकने से इनकार कर दिया है। इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने गुरुवार, 26 सितंबर को सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी है। उसकी ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सीजफायर की रिपोर्ट्स गलत हैं। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस ने बताया है कि अमेरिका और फ्रांस की तरफ से जंग रोकने की मांग की थी। इसका नेतन्याहू ने जवाब नहीं दिया है।
इजराइल के मुताबिक, प्रधानमंत्री की सलाह पर सेना पूरी ताकत से लेबनान में लड़ाई जारी रखेगी। दूसरी ओर हिजबुल्लाह ने इजराइल के राफेल मिलिट्री फैसलिटी पर 45 रॉकेट दागे हैं। अभी कितना नुकसान पहुंचा है, इसका पता नहीं चल पाया है। लेबनान की सरकारी मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि इजराइल ने लेबनान के यूनीन इलाके में गुरुवार को हमला किया। इसमें 23 सीरियाई लोगों की मौत हो गई। ये सभी लोग लेबनान में काम के लिए गए थे।
इससे पहले न्यूयॉर्क में बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में इजराइल और लेबनान की जंग रोकने को लेकर एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई थी। इसमें अमेरिका और फ्रांस ने 21 दिन के सीजफायर की मांग की गई थी। ताकि दोनों पक्षों के बीच जंग रोकने को लेकर बातचीत हो सके। ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर समेत कई यूरोपीय देशों ने सीजफायर की मांग का समर्थन किया था। बैठक में फ्रांस ने कहा था कि लेबनान में हो रही जंग को रोकना जरूरी है, वर्ना इससे मिडिल ईस्ट में जंग और बढ़ सकती है। कूटनीति से इसे रोका जा सकता है।