नई दिल्ली। ईरान पर इजराइल के हवाई हमले के बाद अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दी है कि वह जवाबी हमला करने के बारे में नहीं सोचे। असल में हमले के बाद ईरान ने कहा था कि उसे पलटवार करने का पूरा हक है। इस पर अमेरिका ने ईरान को इजराइल के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं करने की चेतावनी दी है। अमेरिका ने इजराइली हमले के बाद यह भी साफ किया कि वह इसमें किसी भी तरह शामिल नहीं था।
इसके बाद शनिवार को देर रात अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने ईरान को चेतावनी दी है वह इजराइल पर पलटवार की भूल न करें। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच टकराव को अब तुरंत खत्म किया जाना चाहिए। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी ईरान पर हुए हमले के बाद टकराव खत्म करने की अपील की है। उन्होंने कहा- इजराइल ने सिर्फ सैन्य ठिकानों पर हमला किया है। मुझे पूरी उम्मीद है कि ये दोनों के बीच टकराव का अंत है।
इससे पहले ईरान ने दावा किया है कि इजराइल ने शनिवार को हमले के लिए इराकी एयरस्पेस का इस्तेमाल किया, जो अमेरिका के नियंत्रण में है। इजराइल ने इस आरोप पर कुछ भी कहने से इनकार किया है। हालांकि अमेरिका ने कहा- हमें सिर्फ ऑपरेशन की जानकारी दी गई थी। हम किसी भी तरह से इसमें शामिल नहीं थे। इराक ने भी अपना एयरस्पेस इस्तेमाल होने को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
इस बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि इजराइली हमले ने ईरान को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है। साथ ही अपने सभी टारगेट्स को हासिल किया है। दूसरी ओर ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई ने भी इस पर पहली बार बयान दिया। खामेनेई ने कहा- इजराइल के हमले को न तो बढ़ा चढ़ाकर बताना चाहिए और न ही इसे कमतर समझना चाहिए। गौरतलब है कि इजराइल ने शनिवार, 26 अक्टूबर को ईरान के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमला किया था। इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए महिला फाइटर पायलटों को भी मिशन पर भेजा गया था। इजराइल डिफेंस फोर्सेस, आईडीएफ ने इस हमले की तस्वीरें और वीडियो जारी कर ईरान के खिलाफ चलाए ऑपरेशन ‘डेज ऑफ रिपेंटेंस’ यानी पछतावे के दिनों की जानकारी दी है।