नई दिल्ली। हिजबुल्लाह को निशाना बना कर लेबनान के दक्षिणी हिस्से में लगातार हमला कर रहे इजराइल ने संयुक्त राष्ट्र संघ की शांति सेना के पोस्ट पर भी हमला किया। इस हमले में संयुक्त राष्ट्र संघ शांति सेना के दो सदस्य घायल हो गए। गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र के पीसकीपिंग मिशन के लिए इजराइल और लेबनान की सीमा पर ब्लू लाइन बनाई गई है। वहां सैकड़ों की संख्या में भारत के भी सैनिक तैनात हैं।
गुरुवार को किए गए इन हमलों पर भारत ने भी चिंता जाहिर की है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत ब्लू लाइन पर बिगड़ते सुरक्षा हालातों को मॉनिटर कर रहे हैं। भारत ने यह भी कहा कि पीसकीपिंग फोर्स की पोस्ट की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए। इजराइल की इस कार्रवाई के बाद इटली, फ्रांस और इंडोनेशिया जैसे कई देशों ने इजराइल से जवाब मांगा है। वहीं, भारत में इजराइल के राजदूत रुयूवेन अजार ने कहा कि हिजबुल्लाह संयुक्त राष्ट्र की पोस्ट की आड़ में इजराइल पर हमले कर रहा है। उन्होंने कहा कि इजराइल संयुक्त राष्ट्र के सैनिकों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएगा।
असल में लेबनान और इजराइल की सीमा पर दो तरह के शांति सैनिक तैनात हैं। इनमें से एक का नाम यूनाइटेड नेशंस इंटरिम फोर्स इन लेबनान है, जबकि दूसरी यूनाइटेड नेशंस डिसइंगेजमेंट ऑब्जर्वर फोर्स है। इजराइल ने लेबनान में एक अक्टूबर को जमीनी घुसपैठ शुरू कर दी थी। इसके बाद इजराइल ने संयुक्त राष्ट्र शांति सेना को दक्षिणी लेबनान से हटने को कहा था। हालांकि, उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया था। अब संयुक्त राष्ट्र ने आरोप लगाया है कि इजराइल ने पिछले 24 घंटों में लगातार उनके बेस को निशाना बनाया है।