नई दिल्ली। इजराइल ने ईरान पर जवाबी हमला किया है। ईरान के हमले के 25 दिन बाद इजराइल के लड़ाकू विमानों ने ईरान पर तीन घंटे तक बम बरसाए। खबरों के मुताबिक इजराइल के हमले में ईरान के कई सैन्य अड्डों को नुकसान पहुंचा है। इजराइल ने ईरान के दो सैनिकों के मारे जाने की जानकारी दी, जिसकी बाद में ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी ने भी पुष्टि की। गौरतलब है कि ईरान ने एक अक्टूबर को इजराइल के ऊपर कई मिसाइलों से हमला किया था, जिसके बाद इजराइल ने बदला लेने का ऐलान किया था। इस बीच यह भी खबर है कि इजराइली हमले के कई घंटे पहले रूस ने ईरान को इसकी जानकारी दे दी थी।
बहरहाल, ईरानी हमले के 25 दिन बाद 25 अक्टूबर को आधी रात के बाद इजराइल ने हमला शुरू किया। अमेरिकी अखबार ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के मुताबिक इजराइल ने तीन घंटे में 20 ठिकानों पर बमबारी की। उसने ईरान की मिसाइल फैक्टरी और सैन्य अड्डों को निशाना बनाया। तेहरान के इमाम खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास भी हमला हुआ है। बताया जा रहा है कि हमला देर रात दो बजे के बाद शुरू हुआ और पांच बजे सुबह तक जारी रहे।
इजराइली मीडिया के मुताबिक इजराइल ने ईरान पर हमला करने के लिए एक सौ से ज्यादा लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया। हमले में अमेरिकी विमान एफ 35 का भी इस्तेमाल किया गया। खबरों के मुताबिक सीरिया में रडार ठिकानों पर इजराइल ने शुरुआती हमला किया। इसके बाद ईरान में एयर डिफेंस सिस्टम और रडार पर हमला किया गया। इजराइल डिफेंस फोर्स, आईडीएफ ने रात में ढाई बजे हमले की जानकारी दी।
आईडीएफ के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा- एक अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमले के जवाब में यह कार्रवाई की गई है। ईरान और मध्य पूर्व में उसके सहयोगी सात अक्टूबर 2023 से सात मोर्चों पर हम पर हमले कर रहे हैं। हमें भी जवाब देने का हक है। अपनी रक्षा के लिए जो भी जरूरी होगा वह करेंगे। हमले के बाद इजराइल, ईरान और इराक ने अपने एयरस्पेस बंद कर दिए। हालांकि शनिवार को देर शाम ईरान की हवाई सेवा बहाल हो गई।
ईरान पर हमले के बाद अमेरिका ने इजराइल का समर्थन किया है और कहा है कि यह ईरान के हमले का जवाब है। दूसरी ओर सऊदी अरब ने ईरान पर हमले की निंदा की है। अमेरिकी मीडिया ‘सीएनएन’ के मुताबिक सऊदी अरब ने इसे संप्रुभता और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है। हालांकि इस बयान में उसने इजराइल का नाम नहीं लिया। सऊदी अरब ने सभी पक्षों से शांति बरतने की अपील की है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से संघर्ष समाप्त करने को लेकर काम करने को कहा है।
उधर ईरान ने भी हमले की पुष्टि की और कहा कि हमले तेहरान, कुजेस्तान और इलाम राज्यों में हुए। इनमें से कई हमलों को हवा में ही रोक दिया गया, इसलिए बहुत कम नुकसान हुआ। इस बीच एक मीडिया समूह के मुताबिक रूस ने ईरान पर हमले से पहले उसे चेतावनी दी थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि हमले से कुछ घंटे पहले ईरान को सूचना दी गई कि उस पर कई चरणों में हमले किए जा सकते हैं।