PM Modi France visit :- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश के सर्वोच्च सम्मान ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर’ से नवाजा है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है।
प्रधानमंत्री मोदी को बृहस्पतिवार को ‘एलिसी पैलेस’ (फ्रांस का राष्ट्रपति आवास) में देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया। इससे पहले, दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय (तत्कालीन प्रिंस ऑफ वेल्स), जर्मनी की पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बुतरस बुतरस-घाली को फ्रांस के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा जा चुका है।
प्रधानमंत्री मोदी के दो दिवसीय यात्रा पर पेरिस पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। वह राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ शुक्रवार को फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ‘एलिसी पैलेस’ में आयोजित पुरस्कार समारोह की तस्वीरें ट्विटर पर साझा कीं। उन्होंने लिखा, ‘साझेदारी की भावना का प्रतीक, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने फ्रांस के सर्वोच्च पुरस्कार ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर’ से नवाजा।’ विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, प्रधानमंत्री ने भारत के लोगों की ओर से इस अद्वितीय सम्मान के लिए राष्ट्रपति मैक्रों का आभार व्यक्त किया।’
इससे पहले भी प्रधानमंत्री मोदी को कई देशों ने अपने सर्वोच्च पुरस्कार से नवाजा है। जून 2023 में मिस्र ने उन्हे ‘ऑर्डर ऑफ द नाइल’, मई 2023 में पापुआ न्यू गिनी ने ‘कम्पैनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू’, मई 2023 में फिजी ने ‘कम्पैनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी’, मई 2023 में पलाऊ गणराज्य ने ‘एबाकल पुरस्कार’, मई 2021 में भूटान ने ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’, 2020 में अमेरिकी सरकार ने ‘लिजन ऑफ मेरिट’, 2019 में बहरीन ने ‘किंग हमद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां’ और 2019 में मालदीव ने ‘ऑर्डर ऑफ द डिस्टिंग्विश्ड रुल ऑफ इज्जुद्दीन’ से सम्मानित किया था। इससे पहले, फ्रांस के राष्ट्रपति और प्रथम महिला ब्रिजिट मैक्रों ने एलिसी पैलेस में प्रधानमंत्री मोदी के लिए एक निजी रात्रिभोज का आयोजन किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार को एक कला केंद्र में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भुगतान प्रणाली ‘यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस’ (यूपीआई) के इस्तेमाल को लेकर भारत और फ्रांस के बीच सहमति बनी है, जिसके परिणामस्वरूप अब यहां इसका उपयोग किया जा सकेगा और भारतीय नवाचार के लिए एक बड़ा बाजार खुलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब फ्रांस में स्नातकोत्तर के छात्रों को पढ़ाई के बाद पांच वर्ष का कार्य वीजा भी दिया जाएगा। (भाषा)