वॉशिंगटन। डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी बार अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उनसे पहली मुलाकात व्हाइट हाउस में हुई। भारतीय समय के मुताबिक शुक्रवार को तड़के तीन बजे प्रधानमंत्री मोदी उनसे मिलने व्हाइट हाउस पहुंचे, जहां दोनों बड़ी गर्मजोशी से मिले। करीरब 45 मिनट तक दोनों के बीच दोपक्षीय वार्ता हुई और फिर साझा बयान जारी किया। दोनों नेताओं ने एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। दोपक्षीय वार्ता में दोनों के बीच कई बातों पर सहमति बनी लेकिन बुनियादी बात यह रही कि दोनों देश आपस में व्यापार बढ़ाएंगे। भारत अब अमेरिका से ज्यादा पेट्रोल व गैस खरीदेगा और लड़ाकू विमान भी खरीदेगा। दोनों के बीच कारोबार दो सौ अरब डॉलर से बढ़ा कर पांच सौ अरब डॉलर करने पर सहमति बनी।
भारतीय उत्पादों पर शुल्क लगाने के मसले पर ट्रंप ने मोदी की तारीफ करते हुए उनको अपने से बेहतर निगोशिएयटर यानी मोलभाव करने वाला बताया। उन्होंने मोदी को अपना दोस्त बताया और उनके काम की तारीफ की। ट्रंप ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में एफ 35 लड़ाकू विमान देने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने 2008 में मुंबई हमले के आरोपी आतंकवादी तहव्वुर राणा को भारत भेजने की बात कही। ट्रंप ने बिना लाग लपेट के कहा कि दोनों देश इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे। उन्होंने क्वाड का जिक्र किए बगैर कहा कि एशिया प्रशांत के लिए भारत अहम देश है। उन्होंने भारत को तेल और एनर्जी सप्लाई करने पर सहमति की घोषणा की। साथ ही कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के विकास के लिए दोनों साथ मिलकर काम करेंगे। अमेरिका का भारत के साथ व्यापार घाटा को कम करने पर भी सहमति हुई।
दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी ने दूसरी बार अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने पर ट्रंप को बधाई दी। उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि यह खुशी की बात है कि उन्हें ट्रंप के साथ दोबारा काम करने का अवसर मिला है। मोदी ने कहा कि उनके और ट्रंप के बीच मिलने का मतलब एक और एक ग्यारह है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप के मेक अमेरिकी ग्रेट अगेन का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिकी भाषा में विकसित भारत मतलब मेक इंडिया ग्रेट अगेन।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऊर्जा और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में निवेश बढ़ाने पर सहमति बनी है। इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, सेमीकंडक्टर और क्वांटम पर मिल कर काम करने पर भी सहमति बनी है। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि न्यूक्लियर स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर बनाने की दिशा में सहयोग पर बातचीत हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि लॉस एंजिलिस और बोस्टन में भारत नए वाणिज्य दूतावासा खोलेगा।