वॉशिंगटन। भारत की ओर से पहले कहा जा चुका है कि अगर कुछ भारतीय अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं तो भारत को उन्हें वापस लेने में कोई दिक्कत नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के बाद भी इस प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा, ‘जो लोग अवैध रूप से दूसरे देशों में रहते हैं, उन्हें वहां रहने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है। हमने हमेशा कहा है कि जो लोग भारत के नागरिक हैं और अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं, उन्हें वापस लाने के लिए तैयार हैं’।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने प्रवासियों को अवैध रूप से ले जाने वाले एजेंटों पर भी कार्रवाई की बात कही। उन्होंने कहा, ‘सामान्य परिवारों के लोगों को बड़े-बड़े सपने दिखाए जाते हैं। उनमें से ज्यादातर को गुमराह करके लाया जाता है। अमेरिका और भारत दोनों को मिलकर इस सिस्टम को जड़ से खत्म करने की कोशिश करनी चाहिए’। आतंकवाद के मसले पर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम इस बात पर सहमत हैं कि सीमा के दूसरी तरफ से पैदा होने वाले आतंकवाद को खत्म करने के लिए ठोस कार्रवाई की जानी चाहिए’। मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को लेकर मोदी ने कहा, ‘भारत में नरसंहार करने वाले एक अपराधी को भारत प्रत्यर्पित करने के फैसले की तारीफ करता हूं’।
रूस और यूक्रेन के जंग पर भारत का पक्ष रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘दुनिया का नजरिया है कि भारत न्यूट्रल है, लेकिन भारत न्यूट्रल नहीं है, भारत का अपना पक्ष है शांति’। उन्होंने कहा कि वे पहले दिन से यह कहते आ रहे हैं कि समस्याओं का समाधान जंग से नहीं निकलता है। वह टेबल पर चर्चा करके ही निकलता है। मोदी ने कहा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप ने शांति का जो इनिशिएटिव लिया है। मैं उसका पूरी तरह से समर्थन करता हूं’।