नई दिल्ली। राज्यों में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने और सरकारों के गठन के बाद अब भाजपा में संगठन में फेरबदल को लेकर विचार विमर्श शुरू हो गया है। रविवार को भाजपा संगठन को लेकर एक अहम बैठक हुई, जिसमें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन महामंत्री बीएल संतोष के अलावा सभी राष्ट्रीय महासचिव और संगठन चुनाव प्रभारी, सह प्रभारी मौजूद रहे इसके अलावा राज्यों से प्रदेश अध्यक्ष, संगठन मंत्री और चुनाव अधिकारी भी रविवार की बैठक में शामिल हुए।
बताया जा रहा है कि भाजपा में जल्दी ही संगठन स्तर पर बड़ा बदलाव होने वाला है। जानकार सूत्रों के मुताबिक फरवरी के पहले हफ्ते तक पार्टी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा। जेपी नड्डा की जगह लेने वाले कई संभावित नामों की चर्चा चल रही है। बहरहाल, पार्टी के संविधान के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले 50 फीसदी राज्यों में संगठन के चुनाव पूरे कराने होते हैं। बताया जा रहा है कि 15 जनवरी तक मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर और झारखंड में प्रदेश अध्यक्ष भी बदले जाएंगे।
गौरतलब है कि जेपी नड्डा को जून, 2019 में पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष और जनवरी, 2020 में पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाया गया था। पार्टी अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है। इस लिहाज से नड्डा का कार्यकाल 2023 में खत्म हो चुका है। परंतु लोकसभा और विधानसभा चुनावों को देखते हुए उनका कार्यकाल बढ़ाया गया था। अब नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
जेपी नड्डा ने तेलंगाना से राज्यसभा सांसद डॉ. के लक्ष्मण को राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी बनाया है। लक्ष्मण भाजपा के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर भी इनके नाम की चर्चा थी, लेकिन राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी बनाए जाने के बाद इन अटकलों पर विराम लग गया। उनके अलावा नरेश बंसल, रेखा वर्मा, संबित पात्रा को राष्ट्रीय सह चुनाव अधिकारी बनाया गया था।