नई दिल्ली। भारत सरकार ने कहा है कि अब अमेरिका से निकाले जाने वाले अवैध प्रवासी भारतीयों के साथ दुर्व्यवहार नहीं होगा। भारत ने इस बारे में अमेरिका से बात की है। असल में अमेरिका से निकाले गए 104 लोगों को जिस तरह से हथकड़ी और बेड़ी लगा कर सेना के विमान में भर कर भारत भेजा गया, उसकी भारत में बड़ी आलोचना हुई है। हालांकि विदेश मंत्री ने तो उसको भी सही ठहराया था लेकिन संसद में विपक्ष की और सोशल मीडिया में आम लोगों की आलोचना के बाद भारत सरकार ने अमेरिका के सामने यह मुद्दा उठाया।
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने शुक्रवार को बताया कि अमेरिका ने कहा है कि आगे से इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि वहां से भारतीयों को वापस भेजते समय उनके साथ दुर्व्यवहार न हो। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह भी बताया कि अमेरिका ने 487 अवैध प्रवासी भारतीयों को भारत भेजने के लिए चिन्हित किया है। इनमें से 298 लोगों के बारे में जानकारी दी गई है। इससे पहले चार फरवरी को 104 अवैध प्रवासी भारतीयों को सैन्य विमान से भारत भेजा गया था।
विदेश सचिव मिस्री ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि भारतीयों को चार फरवरी को वापस भेजते समय उनके साथ हुए दुर्व्यवहार के मुद्दे को अमेरिकी अधिकारियों के सामने उठाया गया है। उन्होंने कहा कि आगे इस बात का ख्याल रखा जाएगा कि भारतीयों को भेजते वक्त कोई दुर्व्यवहार नहीं होना चाहिए। मिस्री ने कहा, ‘ऐसा कोई भी मामला हमारे सामने आएगा तो हम उसे अमेरिका के सामने उठाएंगे’। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि बेकसूर लोगों को गुमराह करके अवैध तरीके से अमेरिका भेजना कैंसर जैसी बीमारी है। ऐसा करने वालों पर केस होना चाहिए।
विदेश मंत्री एस जयशंकर के राज्यसभा में दिए बयान की तर्ज पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भी कहा कि अमेरिका से डिपोर्टेशन कोई नई बात नहीं है। पहले भी ऐसा होता रहा है। विदेश मंत्री ने छह फरवरी को संसद में इस मुद्दे पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था, ‘दुनिया का कोई भी देश अगर अपने नागरिकों को वापस स्वीकार करना चाहता है तो उसे यह यकीन चाहिए होता है कि जो भी लौट रहा है वह उसका नागरिक है, क्योंकि इससे सुरक्षा के मुद्दे जुड़े हैं’
गौरतलब है कि अमेरिका से निकाले गए 104 भारतीयों को लेकर अमेरिकी सेना सी 17 प्लेन पांच फरवरी को पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंचा था। इन लोगों के पैर में बेड़ियां बांधी गई थीं और हाथ भी चेन से जकड़े हुए थे। इतना ही नहीं अमेरिकी बॉर्डर पेट्रोल के प्रमुख माइकल बैंक्स ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के अपने हैंडल पर इसका वीडियो शेयर किया था। इस वीडियो में भारतीयों के हाथों और पैरों में बेड़ियां साफ दिख रही थीं।