नई दिल्ली। लेबनान में हिजबुल्लाह लड़ाकों को मारने के लिए पेजर, वॉकी टॉकी ओर सोलर सिस्टम को विस्फोटक की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। तीन दिन में इन उपकरणों में धमाकों से 37 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब ढाई हजार लोग घायल हैं। लेबनान ने इन धमाकों के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है। हिजबुल्लाह ने इसका बदला लेने की चेतावनी दी है।
बहरहाल, पेजर और वॉकी टॉकी में विस्फोट के बाद लेबनान में लोग मोबाइल फोन छूने से डर रहे हैं। हिजबुल्लाह ने अपने लड़ाकों को हिदायत दी है कि वे अपने फोन की बैटरी निकालकर फेंक दें। गौरतलब है कि ईरान समर्थक हिजबुल्लाह संगठन के लड़ाके इजराइली हैकिंग से बचने के लिए मोबाइल फोन की जगह पेजर और वॉकी टॉकी का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन मंगलवार को एक साथ हजारों पेजर में मैसेज आने की आवाज आई और उसके बाद धमाका हो गया। कहा जा रहा है कि इन पेजर में पहले से तीन तीन ग्राम आरडीएक्स रखी गई थी। यह भी कहा जा रहा है कि इजराइल ने अपनी आधुनिक तकनीक से लिथियम आयन बैटरी को विस्फोटक में बदल दिया। उसने पेजर और वॉकी टॉकी हैक करके उनमें विस्फोट करा दिए।
हिजबुल्लाह ने इन हमलों का आरोप इजराइल पर लगाया है और उधर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को इस मामले में आपात बैठक बुलाई है। इस घटनाक्रम की शुरुआत मंगलवार को हुई, जब करीब तीन हजार पेजर में विस्फोट हुए। इसमें 12 लोगों की मौत हुई। अगले दिन बुधवार को वॉकी टॉकी में धमाके हुए, जिसमें 25 लोगों की मौत हुई। इसके अगले दिन सोलर पैनल में धमाके हुए, जिसमें कई लोग घायल हुए।
इन घटनाओं के बाद लेबनान की राजधानी बेरूत में रफीक हरीरी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर यात्रियों के वॉकी टॉकी और पेजर ले जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने ये आदेश जारी किया है। यह भी खबर है कि लेबनान में पेजर और वॉकी टॉकी में धमाके के बीच इजराइल ने दक्षिणी लेबनान में हवाई हमला भी किया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल के लड़ाकू विमानों ने रात भर कई गांवों पर हमले किए।