नई दिल्ली। आजाद भारत के इतिहास में संभवतः पहली बार हुआ है, जब कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी ने किसी चुनाव नतीजे को खारिज कर दिया है और कहा है कि वह इसे स्वीकार नहीं करती है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के अप्रत्याशित नतीजे आने के बाद कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से कहा है कि यह उसे स्वीकार्य नहीं है। कांग्रेस ने कहा है कि यह तंत्र की जीत है और लोक की हार है। इससे पहले आमतौर पर पार्टियां जनादेश को स्वीकार करती रही हैं, भले नतीजे उनके मन लायक नहीं हों।
अपनी हार से नाराज कांग्रेस ने कहा है कि यह सिस्टम की जीत है और लोकतंत्र की हार है कांग्रेस के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा ने इस परिणाम पर हैरानी जताते हुए कहा- किसी को यकीन नहीं हो रहा है कि हरियाणा में इतना अप्रत्याशित परिणाम आएगा। उन्होंने कहा- हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं। हम चुनाव आयोग जाएंगे और अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे पवन खेड़ा ने कहा- यदि एक लाइन में कहा जाए तो यह सिस्टम की जीत और लोकतंत्र की हार है। हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं। हम शिकायतें एकत्रित कर रहे हैं। हमारे उम्मीदवारों ने रिटर्निंग ऑफिसर्स को शिकायतें दी हैं और अब भी दे रहे हैं। आगामी दिनों में हम इन सभी शिकायतों को लेकर चुनाव आयोग जाएंगे और अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे।
पवन खेड़ा ने कहा- यह नतीजे पूरी तरह अप्रत्याशित हैं और हम कहेंगे कि यह अस्वीकार्य है। जिस तरह की शिकायतें आ रही हैं। हमारे प्रत्याशियों से तीन जिलों, हिसार, महेंद्रगढ़ और पानीपत से लगातार शिकायतें आ रही हैं कि कैसे कुछ मशीनों की बैटरियां जो 99 प्रतिशत थीं, उनमें हमें हारते दिखाया गया और जिन मशीनों को छुआ तक नहीं गया और जिनकी बैटरियां 60-70 प्रतिशत थीं उनमें हमारे उम्मीदवार को जीतता हुआ दिखाया गया।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी कहा कि मौजूदा हालात में हरियाणा के परिणाम को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा का अध्याय अभी खत्म नहीं हुआ है। रमेश ने दावा किया- हमसे जीत छीनी गई है। आज जो नतीजे आए हैं, वो जमीनी हकीकत के अनुसार नहीं हैं। यह परिणाम लोक भावना के खिलाफ है। जम्मू कश्मीर के नतीजे को लेकर कांग्रेस ने कहा- लोगों ने स्पष्ट जनादेश दिया है। उन्होंने उन लोगों को करारा जवाब दिया है, जिन्होंने राज्य का दर्जा छीनकर जम्मू कश्मीर के सम्मान को कुचला है।