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हरियाणा में बड़ी उलटफेर

Haryana election resultImage Source: ANI

Haryana election result: हरियाणा में तमाम अनुमानों और एक्जिट पोल के नतीजों को गलत साबित करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने जीत की हैट्रिक लगाई है। भाजपा ने हरियाणा के इतिहास में 57 साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए लगातार तीसरी बार जीत हासिल की है। राज्य की कुल 90 सीटों में से पार्टी ने 48 सीटें जीत कर बहुमत हासिल किया है। पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार भाजपा को आठ सीटों का फायदा हुआ है। उसके वोट प्रतिशत में भी इजाफा हुआ है। चुनाव से छह महीने पहले मुख्यमंत्री बनाए गए नायब सिंह सैनी लाडवा सीट से चुनाव जीत गए हैं।

दूसरी ओर जीत की प्रबल दावेदार बताई जा रही कांग्रेस को 37 सीटें मिली हैं। पिछले चुनाव के मुकाबले उसे भी इस चुनाव में छह सीटों का फायदा हुआ है। लेकिन वह बहुमत से पीछे रह गई। भाजपा के गठबंधन में सिरसा सीट से लड़े हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा चुनाव हार गए तो कांग्रेस के गठबंधन में महेंद्रगढ़ सीट से चुनाव लड़े सीपीएम के ओम प्रकाश भी चुनाव हार गए। गौरतलब है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों 89-89 सीटों पर लड़े थे। इंडियन नेशनल लोकदल को दो सीटें मिली हैं, जबकि तीन सीटों पर निर्दलीय जीते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला किलोई सीट से चुनाव जीत गए।

चुनाव नतीजों में बढ़त बनाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को फोन करके बधाई दी। भाजपा ने इस बार चुनाव नायब सिंह सैनी के चेहरे पर ही लड़ा था और चुनाव के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट कर दिया था कि भाजपा जीती तो सैनी ही मुख्यमंत्री होंगे। जानकार सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने उनको मुख्यमंत्री बनाने का फैसला कर लिया है, जिसका ऐलान विधायक दल की बैठक में होगा। नई सरकार विजयादशमी के दिन यानी 12 अक्टूबर को शपथ ले सकती है।

गौरतलब है कि शनिवार, पांच अक्टूबर को मतदान खत्म होने के बाद आए एक्जिट पोल के अनुमानों में सभी मीडिया समूहों ने कांग्रेस की जीत की भविष्यवाणी की थी। मंगलवार को वास्तविक नतीजों में सुबह काफी दर तक कांग्रेस ने बढ़त बनाई थी। नौ बजे के करीब कांग्रेस 65 सीटों पर आगे चल रही थी, जबकि भाजपा 17 सीटों पर बढ़त बनाए हुए थी। लेकिन आधे घंटे में तस्वीर बदलने लगी और भाजपा टक्कर में आ गई। पौने दस बजे तक भाजपा ने कांग्रेस को पीछे छोड़ दिया और उसके बाद उसने बहुमत का आंकड़ा छुआ तो फिर नीचे नहीं आई।

बहरहाल, पांच अक्टूबर को हुए मतदान में हरियाणा में इस बार 67.90 फीसदी वोटिंग हुई थी,  पिछले चुनाव के 68.20 फीसदी के मुकाबले थोड़ी कम थी। इन चुनावों में भाजपा ने अपने वोट प्रतिशत में बढ़ोतरी की है। चुनाव आयोग के मुताबिक भाजपा को 39.94 यानी 40 फीसदी वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस को 39.09 फीसदी वोट मिले हैं। कांग्रेस के वोट में करीब 11 फीसदी का इजाफा हुआ है, जबकि भाजपा का वोट चार फीसदी के करीब बढ़ा है। पिछली सरकार में साढ़े चार साल तक उप मुख्यमंत्री रहे दुष्यंत चौटाला चुनाव हार गए हैं और उनकी पार्टी जजपा एक भी सीट नहीं जीत पाई है। पूरी पार्टी को एक फीसदी से भी कम वोट मिला है।

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