Kishan Reddy :- केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष किशन रेड्डी ने मंगलवार को यहां अमृतपेट स्थित गुरुद्वारा साहेब में माथा टेका। इस मौके पर श्री रेड्डी ने सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों बाबा जोरावर सिंह तथा बाबा फतेह के बलिदानों को याद किया। उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद से इन दो पुत्रों (जिनकी आयु क्रमश: नौ साल और छह साल थी) धर्म की रक्षा के लिए बहादुरी से अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। ऐतिहासिक तथ्यों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद के बड़े पुत्रों ने भी मुगलों के खिलाफ लड़ाइयां लड़ी थीं और अंतत: धर्म की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया था। उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह के दो छोटे पुत्रों को औरंगजेब के सैनिकों ने पकड़ लिया था।
इसके बाद दोनों को प्रताड़ित किया तथा सिख धर्म को छोड़ कर इस्लाम धर्म को अपनाने के लिए दबाव डाला। प्रताड़ना के बावजूद दोनों अपने पथ पर अडिग रहे और सिख धर्म को त्यागने से मना कर दिया। उन्होंने बताया कि केंद्रीय सांस्कृतिक विभाग के तहत बाबा जोरावर सिंह तथा बाबा फतेह सिंह के बलिदान को याद करने के लिए देशभर में 25 दिसंबर को कार्यक्रम आयोजित किया गया। देश के इन दोनों महान सपूतों को नमन करते हुए उन्होंने गुरु गोविंद सिंह के बलिदान को उजागर करने वाले प्रदर्शनियों तथा शैक्षणिक वीडियो के बारे में जानकारी दी। उन्होंने लोगों से गुरु गोविंद सिंह तथा उन्के पुत्रों द्वारा विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ लड़ाई लड़ने तथा देश के विकास में दिए गए योगदानों को याद करने को कहा। (वार्ता)