अहमदाबाद। गुजरात में पिछले कई दिनों से भीषण बारिश हो रही है, जिससे कई जिलों में हालात बेकाबू हो गए हैं। राज्य के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में बाढ़ के हालात हैं। जरूरी चीजों की आपूर्ति ठप्प है। लोग घरों में बंद हैं और खाने पीने की चीजों की किल्लत हो गई है। अनेक शहरों में ट्रेन सेवाएं बंद हो गई हैं। हवाई सेवा भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है। बुधवार देर शाम की खबर के मुताबिक राज्य के 13 जिलों में पिछले 24 घंटे में दो सौ मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई है। राज्य के 18 जिलों में बाढ़ के हालात हैं। स्थिति ऐसी है कि पांच जिलों राजकोट, आणंद, मोरबी, खेड़ा, वडोदरा और द्वारका में सेना को तैनात किया गया है।
गुजरात में बारिश और बाढ़ के चलते पिछले तीन दिनों में 15 लोगों की मौत हो गई। अलग अलग जगहों से 23 हजार लोगों को निकाला गया है। भीषण बारिश की वजह से 50 से ज्यादा ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। अहमदाबाद, राजकोट, बोटाद, आणंद, खेड़ा, महिसागर, कराच, मोरबी आदि जगहों पर स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी कर दी गई है। गुरुवार को भी सौराष्ट्र और कच्छ में बेहद भारी बारिश का अनुमान है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बताया है कि बाढ़ को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात हुई है। उन्होंने बाढ़ से निपटने के लिए केंद्र से मदद का भरोसा दिया है। प्रधानमंत्री ने राज्य में चल रहे राहत और बचाव कार्य की जानकारी भी ली।
सरकार के आंकड़ों के मुताबिक गुजरात में बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। कच्छ, सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में सालाना औसत बारिश का आंकड़ा सौ फीसदी से ज्यादा हो गया है। राज्य के 76 बांध और तालाब सौ फीसदी भरे हुए हैं। इस बीच मौसम विभाग ने बताया है कि सौराष्ट्र और कच्छ में दो दिन तक बारिश का रेड अलर्ट है। इसके अलावा अन्य जिलों में भी बारिश का दौर जारी रहेगा। कई जिलों में बिजली गिरने का भी अलर्ट है।