नई दिल्ली। अडानी समूह ने पांच हजार करोड़ रुपए जुटाने के लिए ग्रीन बॉन्ड जारी करने की योजना रोक दी है। कंपनी ने बुधवार को ही इसकी घोषणा की थी। इसके जरिए 60 करोड़ डॉलर यानी 5,064 करोड़ रुपए जुटाने की घोषणा की थी। इसके कुछ घंटों बाद कंपनी के प्रमुख सहित कई अन्य लोगों पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए। अमेरिका की अदालत से वारंट भी जारी हो गया, जिसके बाद कंपनी ने बॉन्ड की योजना रोक दी।
इसे रोकने की घोषणा करते हुए अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा- अमेरिका के न्याय विभाग और यूनाइटेड स्टेट्स सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने हमारे बोर्ड के सदस्य गौतम अडाणी और सागर अडाणी के खिलाफ न्यूयॉर्क डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में आपराधिक केस किया है और एक सिविल कम्प्लेन दर्ज की है। अमेरिका के न्याय विभाग ने हमारे बोर्ड के सदस्य विनीत जैन को भी इस क्रिमिनल केस में शामिल किया है। इसे देखते हुए हमारी सहायक कंपनियों ने फिलहाल प्रस्तावित बॉन्ड पेशकशों को आगे न बढ़ाने का फैसला किया है।
इस बीच रिश्वतखोरी, धोखाधड़ी और न्याय में बाधा डालने के आरोप के बाद कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट आई है, जिससे अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी की नेटवर्थ एक दिन में 12.1 अरब डॉलर यानी करीब एक लाख करोड़ रुपए घटकर 57.7 अरब डॉलर यानी 4.87 लाख करोड़ रुपए रह गई है। इसी के साथ अडानी फोर्ब्स रियल टाइम अरबपति सूची में गौतम अडानी शीर्ष 20 अमीरों की सूची से बाहर हो गए हैं। गुरुवार को अडानी समूह के 10 शेयरों में से नौ में गिरावट रही। अडानी एंटरप्राइजेज में सबसे ज्यादा 23.44 फीसदी गिरा। जबकि, अडानी ग्रीन एनर्जी का शेयर 18.95 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ।