नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए की विशेष अदालत ने इंडियन मुजाहिदीन के चार आतंकवादियों को 10-10 साल की सजा सुनाई है। अदालत ने दानिश अंसारी, आफताब आलम, इमरान खान और ओबैद उर रहमान को सोमवार को भारत के खिलाफ साजिश रचने का दोषी ठहराया था। बुधवार को अदालत ने चारों को 10-10 साल कैद की सजा सुनाई। चारों को आईपीसी की धाराओं के साथ ही गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून यानी यूएपीए की विभिन्न धाराओं में दोषी पाया गया था।
एनआईए ने सितंबर 2012 में इनके खिलाफ केस दर्ज किया था। फैसला सुनाने से पहले अदालत ने 31 मार्च को कहा था कि चारों दोषी इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े हैं। इस संगठन पर भारत के कई हिस्सों में आतंकी घटनाओं की साजिश रचने का आरोप है। दोषियों ने आपराधिक साजिश के लिए भारत के अलग अलग हिस्सों, खासकर दिल्ली में बम धमाकों और आतंकवादी गतिविधियों के लिए बड़े पैमाने पर नए सदस्यों की भर्ती की। इसमें पाकिस्तान स्थित सहयोगियों के साथ साथ स्लीपर सेल की मदद और उनका सहयोग शामिल था।