नई दिल्ली। भारतीय विमानन कंपनियों की उड़ानों को लगातार मिल रही धमकियों के बीच केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों से सवाल पूछे हैं। बुधवार, 23 अक्टूबर को बम की धमकियों के मामले में सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स और फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा के साथ वर्चुअल मीटिंग की। इसमें विमानन कंपनियों की भी शामिल किया गया था।
जानकार सूत्रों के मुताबिक मीटिंग के दौरान सरकार ने कंपनियों से पूछा- आपने इन खतरनाक अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए क्या किया? जो हालात हैं, उनसे जाहिर होता है कि आप जुर्म को बढ़ावा दे रहे थे। गौरतलब है कि पिछले नौ दिनों में ही 170 से ज्यादा विमानों को धमकियां दी गई हैं। हर बार धमकी मिलने पर उड़ानों की इमरजेंसी लैंडिंग करानी होती है, जिससे विमानन कंपनियों को तीन करोड़ का नुकसान होता है। अब तक पांच सौ करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान होने की रिपोर्ट है।
लगातार मिल रही धमकियों के बीच केंद्र सरकार ने 16 अक्टूबर को उड़ानों में एयर मार्शलों की संख्या दोगुनी करने का फैसला किया। उसी दिन गृह मंत्रालय ने फर्जी धमकियों को लेकर विमानन मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी। साथ ही सीआईएसएफ, एनआईए और आईबी को भी रिपोर्ट देने को कहा गया। ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी यानी बीसीएएस ने 19 अक्टूबर को सभी विमानन कंपनियों के अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें झूठी धमकियों से निपटने को लेकर चर्चा की गई। साथ ही यात्रियों की असुविधा और एयरलाइंस के नुकसान पर भी बात हुई।