चंडीगढ़। हरियाणा और पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे एक किसान की रविवार को मौत हो गई। किसान पिछले 10 महीने से ज्यादा समय से खनौरी बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन में शामिल था। पिछले दिनों तबियत खराब होने पर किसान को पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मृतक किसान का नाम जग्गा सिंह था। वे 80 साल के थे और फरीदकोट के रहने वाले थे। रविवार को खनौरी बॉर्डर पर सभा करके किसान जग्गा सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। इससे पहले नौ जनवरी को शंभू बॉर्डर पर रेशम सिंह नाम के किसान ने सलफास खाकर जान दे दिया था।
इस बीच खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 48वें दिन भी जारी रहा। उनकी सेहत लगातार बिगड़ती जा रही है। इसे लेकर हरियाणा में चरखी दादरी में सर्वजातीय फोगाट खाप ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर किसान नेता जगजीत डल्लेवाल शहीद हो गए, तो खाप पंचायतों के सहयोग से किसान आंदोलन उग्र रूप धारण कर लेगा। खाप ने सुप्रीम कोर्ट से अपील करते हुए केंद्र सरकार के माध्यम से किसान नेता डल्लेवाल का अनशन खत्म करवाने का अनुरोध किया। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित 13 मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
बहरहाल, खनौरी व शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन की एकजुटता को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा, एसकेएम की ओर से 15 जनवरी को बुलाई गई बैठक अब 13 जनवरी को होगी। यह जानकारी एसकेएम की ओर से दी गई है। इस संबंध में एसकेएम ने खनौरी में चल रहे मोर्चा के नेताओं को पत्र लिखा है। बैठक पातड़ां में पुराने बस स्टैंड के पास गुरुद्वारा साहिब में होगी। इससे पहले संयुक्त मोर्चा गैर राजनीतिक की ओर से पत्र लिखकर जल्द बैठक करने को कहा गया था। गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बलबीर सिंह राजेवाल और जोगिंदर सिंह उगराहां ने पिछले दिनों खनौरी बॉर्डर पर जाकर किसान नेता डल्लेवाल से मुलाकात की थी।