नई दिल्ली। देश के उत्तरी हिस्से में लगातार बढ़ती गर्मी जानलेवा बन गई है। उत्तर प्रदेश और बिहार में पिछले तीन दिन में भीषण गर्मी और लू लगने की घटनाओं से 98 लोगों की मौत हो गई है। उत्तर प्रदेश का पूर्वी हिस्सा सबसे ज्यादा प्रभावित है। पिछले 72 घंटे में उत्तर प्रदेश के बलिया के जिला अस्पताल में 54 लोगों की मौत हुई है, जबकि चार सौ लोग अस्पताल में भर्ती है। उधर बिहार में अलग अलग घटनाओं में 44 लोगों की मौत हुई है। मौसम विभाग ने अभी कई दिन तक हीटवेव चलने की भविष्यवाणी की है।
उत्तर प्रदेश में बलिया जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा है कि मौतों के अलग-अलग कारण हैं, लेकिन भीषण गर्मी भी एक कारक हो सकती है। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी के कारण अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश में प्रचंड लू चल रही है, ज्यादातर जगहों पर तापमान 40 डिग्री के उपर है। बताया जा रहा है कि मरीजों को बुखार, सांस लेने में तकलीफ और अन्य दिक्कतों के साथ अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है और अचानक मौतों में बढ़ोतरी हो गई है।
जिला अस्पताल बलिया के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक एसके यादव ने रविवार को बताया कि 15 जून को 23, अगले दिन 20 और 17 जून को 11 मरीजों की मौत हुई। आजमगढ़ सर्किल के अतिरिक्त स्वास्थ्य निदेशक डॉ. बीपी तिवारी ने बताया कि लखनऊ से एक टीम जांच के लिए बलिया आ रही है कि कहीं कोई ऐसी बीमारी तो नहीं है, जिसका पता नहीं चल रहा है। ज्यादा गर्मी या सर्दी होने पर सांस के मरीज, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मरीजों को खतरा बढ़ जाता है। बहरहाल, जिला अस्पताल में इतनी भीड़ है कि मरीजों को स्ट्रेचर तक नहीं मिल पा रहा है और कई अटेंडेंट अपने मरीजों को कंधे पर उठाकर इमरजेंसी वार्ड में ले जा रहे हैं।
बलिया जिले में पिछले तीन दिन में चार सौ से करीब लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें ज्यादातर की उम्र 60 साल से ऊपर है। डॉक्टरों का मानना है कि तापमान बढ़ने स उम्रदराज लोगों के बीमार होने का खतरा ज्यादा है। उधर बिहार में भी हालाक बिगड़ रहे हैं। राज्य में पिछले तीन दिन में गर्मी और लू लगने की घटनाओं से 44 लोगों की मौत हुई है। मौसम विभाग ने बिहार के 11 जिलों में हीटवेव का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में तापमान 44 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया है।