Deoria Massacre :- उत्तर प्रदेश के देवरिया में दो अक्टूबर को जमीनी विवाद में छह लोगों की हत्या के 10 दिन बीत जाने बाद भी मामला अभी ठंडा पड़ता नहीं दिखाई दे रहा है। इसी बीच सत्यप्रकाश दुबे के बेटे देवेश ने ऐलान किया है कि जब तक प्रेमचंद्र के घर पर बुलडोजर नहीं चल जाता, तब तक वह ब्रम्हभोज नहीं करेंगे। मृतक सत्य प्रकाश दुबे के बेटे देवेश ने कहा कि पूरे मामले में अभी सही तरीके से कार्रवाई नहीं हुई है। अगर ये घटना किसी प्रशासन वाले के घर के साथ हुई होती तो क्या प्रशासन चुप बैठता।
या अन्य किसी और के साथ होता तो चुप बैठता। उन्होंने कहा कि घटना को हुए 10 दिन हो चुके अब जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए। देवेश ने कहा कि हमारे मां-पिता और परिवार का नरसंघार हुआ है, उसे फांसी की सजा मिले या उसका एनकाउंटर हो। जिसने भी मेरे भाई और बहन को गोली मारी है, उसका मकान गिराया जाना चाहिए। प्रेम चंद्र यादव का घर भी गिराया जाना चाहिए। देवेश ने साफ कहा कि जब तब प्रेम चंद्र यादव के घर पर कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक वह ब्रम्हभोज नहीं करेगा।
उधर, सत्यप्रकाश दुबे के परिवार की श्रद्धांजलि सभा में राजनीतिक वार पलटवार पहले ही हो चुका है। दुबे की तरफ से भाजपा विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने मोर्चा संभाल रखा है। इसके बाद सपा की ओर से एक प्रतिनिधि मंडल पूर्व मंत्री ब्रम्हा शंकर त्रिपाठी की अगुवाई में फतेहपुर पहुंचा और पीड़ित दोनों परिवार के लोगों से मिला। इसके बाद पूरे मामले को सीबीआई को सौंपी जाने की मांग उठाई गई। उधर प्रेम चंद्र का परिवार बार बार घर गिराए जाने की बात को लेकर सहमे हुए हैं। प्रेम के बेटी ने कहा बार बार लोग बता रहे हैं कि घर गिरा दिया जायेगा। अगर ऐसा होगा तो परिवार के लोग बेघर हो जायेंगे। हमे पूरा विश्वास है कि इंसाफ मिलेगा।
बेटी अर्चना ने कहा कि पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे। गेट पर लाल निशान लगा दिया गया है। नोटिस चिपकी है। पिता जी राजनीति से जुड़े रहे हैं। सबके सुख दुख में आते जाते रहे हैं। इस कारण ब्रम्ह भोज में काफी लोग शामिल हो सकते हैं। बस प्रशासन उन्हें शामिल होने से न रोके, यह हमारा अनुरोध है। ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर क्षेत्र में जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हुए संघर्ष में एक ही परिवार के पांच सदस्यों समेत छह लोगों की हत्या के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, इसके साथ ही अब तक इस मामले में कुल 21 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। (आईएएनएस)