नई दिल्ली। कौन बनेगा दिल्ली का मुख्यमंत्री? इस सवाल का जवाब सोमवार को मिल सकता है। भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के अपने नए चुने गए विधायकों की बैठक सोमवार को दिन में तीन बजे बुलाई है। पार्टी मुख्यालय में बुलाई गई इस बैठक में विधायक दल के नेता का चुनाव होगा। उससे पहले पार्टी की ओर से पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। पर्यवेक्षकों की नियुक्ति को लेकर रविवार को भाजपा मुख्यालय में एक अहम बैठक हुई। बताया जा रहा है कि विधायक दल के नेता चुनाव करने के बाद दो दिन में शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पहले ही साफ कर दिया है कि चुने गए विधायकों में से ही कोई सीएम होगा।
दिल्ली की नई सरकार का शपथ समारोह पहले जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में करने की बात हो रही थी लेकिन अब कहा जा रहा है कि रामलीला मैदान में शपथ समारोह हो सकता है। अगर सोमवार, 17 फरवरी को नेता का चुनाव हो जाता है तो 18 से 20 फरवरी के बीच शपथ समारोह का आयोजन होगा। बताया जा रहा है कि दिल्ली सरकार के शपथ समारोह में एनडीए के शासन वाले सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री शामिल हो सकते हैं।
बहरहाल, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सचिव वीरेंद्र सचदेवा ने रविवार को बताया कि सोमवार को विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें केंद्रीय नेतृत्व की ओर से तय किए गए पर्यवेक्षक शामिल होंगे। गौरतलब है कि भाजपा दिल्ली विधानसभा की 70 में से 48 सीटें जीत कर 27 साल बाद सत्ता में वापसी कर रही है। तभी शपथ समारोह को एक बड़ा आयोजन बनाने की तैयारी हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के वरिष्ठ मंत्री इसमें शामिल होंगे।
भाजपा विधायकों की बैठक से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री को लेकर अटकलों का दौर जारी है। भाजपा के नए चुने गए विधायकों में कम से कम आधा दर्जन विधायकों के नाम की चर्चा हो रही है तो साथ ही कई गैर विधायकों के नाम के भी कयास लगाए जा रहे हैं। सांसद मनोज तिवारी और बांसुरी स्वराज से लेकर विवादित भाषण की वजह से भाजपा से निलंबित नूपुर शर्मा तक के नाम के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा कह चुके हैं कि कोई विधायक ही सीएम बनेगा। बताया जा रहा है कि करीब डेढ़ दर्जन नेताओं के नाम पर विचार हो रहा है, जिनमें से मुख्यमंत्री, स्पीकर और मंत्री चुने जाएंगे। परवेश वर्मा से लेकर रेखा गुप्ता, विजेंद्र गुप्ता, रविंद्र इंद्रराज सिंह, जितेंद्र महाजन, शिखा रॉय, करनैल सिंह, हरीश खुराना, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंद्र सिंह नेगी, नीरज बसोया, सतीश उपाध्याय, कपिल मिश्रा, अभय वर्मा, अरविंदर सिंह लवली, कैलाश गहलोत, आशीष सूद और मोहन सिंह बिष्ट के नाम इसमें शामिल हैं। पार्टी सामाजिक व क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रख कर नेताओं का चुनाव करेगी।