श्रीनगर/चंडीगढ़। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में विधानसभा के लिए सितंबर-अक्टूबर में पड़े वोटों की गिनती मंगलवार सुबह 8 बजे शुरू हो गई। इसके साथ ही हरियाणा विधानसभा (Haryana Legislative Assembly) के लिए भी मतगणना शुरू हो चुकी है, जहां सभी 90 सीटों के लिए 5 अक्टूबर को मतदान हुआ था। श्रीनगर और चंडीगढ़ से मिली जानकारी के अनुसार, मतगणना (Counting) केंद्रों के आसपास कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था है। साथ ही सभी संवेदनशील स्थानों पर और आम तौर पर पूरे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के पर्याप्त उपाय किए गए हैं। जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हुए हैं।
विधानसभा की 90 सीटों के लिए तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि सभी मतगणना केंद्रों के आसपास तीन स्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। मतगणना (Counting) में शामिल कर्मचारियों के अलावा सिर्फ उम्मीदवारों के प्राधिकृत एजेंटों को ही मतगणना केंद्र के भीतर प्रवेश की अनुमति है। जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर ओवरऑल 63.88 प्रतिशत मतदान हुआ था। वहीं, हरियाणा की 90 सीटों पर कुल 67.90 फीसदी वोटिंग हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि पहले पोस्टल बैलेट की गिनती पूरी की जाएगी। इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में दर्ज वोटों की गिनती शुरू होगी।
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अनुमान है कि दोपहर होते-होते रुझान स्पष्ट होने लगेंगे। हरियाणा (Haryana) और जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में विधानसभा चुनावों की घोषणा 16 अगस्त को की गई थी। चुनाव प्रक्रिया 10 अक्टूबर तक पूरी की जानी है। एग्जिट पोल (Exit Poll) के पूर्वानुमानों में हरियाणा में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलती दिख रही है जबकि भाजपा हैट्रिक लगाने से चूकती नजर आ रही है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में अधिकतर एग्जिट पोल ने कांग्रेस-एनसी गठबंधन को बढ़त मिलने की बात कही है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि एग्जिट पोल वास्तविक चुनाव नतीजों के कितने करीब साबित होते हैं।