नई दिल्ली। एक तरफ भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड के अपने कोटे की लगभग सभी सीटों पर और महाराष्ट्र की 99 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी लेकिन कांग्रेस अभी तक कोई सूची जारी नहीं कर पाई है। रविवार, 20 अक्तूबर को कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति यानी सीईसी की बैठक होने वाली थी, जिसे रद्द कर दिया गया है। इसमें विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दिया जाना था और पहली सूची जारी होनी थी।
कांग्रेस की ओर से बताया गया है कि अब यह बैठक सोमवार, 21 अक्टूबर की शाम पांच बजे होगी। उसके बाद ही कांग्रेस के उम्मीदवार घोषित हो सकेंगे। एक दिन पहले 19 अक्टूबर को भी मुंबई के ट्राइडेंट होटल में छह घंटे तक बैठक चली थी और देर रात में खत्म हुई थी। इससे पहले 16 अक्टूबर को दिल्ली में महाराष्ट्र चुनाव की छंटनी समिति की बैठक हुई थी। इसके बाद 17 अक्टूबर को एनसीपी के संस्थापक शरद पवार ने कहा था कि महाविकास आघाड़ी में 288 विधानसभा सीटों में से दो सौ सीटों पर आम सहमति बन चुकी है।
सीट बंटवारे को लेकर महाविकास अघाड़ी में सब कुछ ठीक नहीं है। उद्धव ठाकरे की शिव सेना और कांग्रेस के नेताओं के बीच जुबानी जंग चल रही थी, जिसे उद्धव ठाकरे के दखल के बाद शांत किया गया। संजय राउत ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को सीट बंटवारे से अलग करने की मांग की गई थी। वे कांग्रेस के लिए विदर्भ में ज्यादा सीटों की मांग कर रहे हैं, जहां उद्धव ठाकरे की पार्टी ज्यादा सीटों पर लड़ना चाह रही है।
दूसरी ओर विपक्षी गठबंधन की एक अहम सहयोगी समाजवादी पार्टी ने महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी से 12 सीटें मांगी हैं। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने 19 अक्टूबर को धुले विधानसभा सिटी सीट सहित पांच सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा कर दी। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा- हमने एमवीए से 12 सीटें मांगी हैं। सीटों की डीटेल्स भी उन्हें भेज दी गई है। सपा ने पांच सीटों के लिए मुस्लिम उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं।