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सामान्य बीपी दवा एम्लोडिपाइन उपयोग के लिए सुरक्षित

WHO :- एक शोध से यह बात सामने आई है कि उच्च रक्तचाप या रक्तचाप के इलाज के लिए व्यापक रूप से निर्धारित दवा एम्लोडिपाइन मरीजों के लिए खतरनाक नहीं है। इस शोध में भारतीय मूल के वैज्ञानिक भी शामिल हैं। द लांसेट में प्रकाशित इंपीरियल कॉलेज लंदन और डब्ल्यूएचओ के नेतृत्व में उच्च रक्तचाप के प्रसार के रुझानों के हालिया वैश्विक विश्लेषण के अनुसार, पिछले 30 वर्षों में उच्च रक्तचाप से पीड़ित 30-79 वर्ष की आयु के वयस्कों की संख्या 650 मिलियन से बढ़कर 1.28 बिलियन हो गई है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस द्वारा प्रकाशित जर्नल फंक्शन में एक नए पेपर में पाया गया है कि उच्च रक्तचाप के इलाज के लिए ‘एम्लोडिपिन’ दवा सुरक्षित है। अमेरिका में नॉर्थ कैरोलाइना में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ रिसर्च में सिग्नल ट्रांसडक्शन प्रयोगशाला के प्रमुख अनंत पारेख ने कहा, “फ्रंट-लाइन थेरेपी के रूप में एम्लोडिपाइन को हटाने से उच्च रक्तचाप से होने वाली मौतों में वृद्धि होगी।

पारेख ने कहा अध्ययन बताता है कि एम्लोडिपाइन उच्च रक्तचाप के लिए पहली पंक्ति का उपचार बना रहे। एम्लोडिपिन एक प्रकार के कैल्शियम चैनल को रोकता है जो रक्त वाहिकाओं पर पाया जाता है। जब कैल्शियम चैनल खुलता है, तो कैल्शियम मांसपेशियों में प्रवेश करता है और उसे संकुचित कर देता है, जिससे रक्तचाप बढ़ जाता है। एम्लोडिपाइन कैल्शियम को अंदर आने से रोकता है, जिससे वाहिका शिथिल हो जाती है और रक्तचाप में कमी आती है। हाल ही में कुछ शोधकर्ताओं ने उच्च रक्तचाप के इलाज के लिए एम्लोडिपिन के लाभ पर सवाल उठाया था। अध्ययनों से पता चला है कि एम्लोडिपाइन एक अलग प्रकार के कैल्शियम चैनल को सक्रिय कर सकता है, जिसके चलते रक्त वाहिकाओं में परिवर्तन होता है और रोगियों में हृदय विफलता में वृद्धि होती है।

उच्च रक्तचाप रोधी दवा के रूप में एम्लोडिपिन को हटाने से स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है, क्योंकि उच्च रक्तचाप एक सामान्य स्वास्थ्य स्थिति है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ और ग्लासगो यूनिवर्सिटी की शोध टीमों द्वारा किए गए अध्ययन में पाया गया कि एम्लोडिपाइन लेने से रोगियों में हृदय विफलता में वृद्धि होने की संभावना नहीं है। शोधकर्ताओं ने पाया कि एम्लोडिपाइन में अद्वितीय रासायनिक गुण होते हैं, जिसके कारण दवा कैल्शियम चैनल सक्रियण की नकल करती है। जब अध्ययन के लेखकों ने इन रासायनिक गुणों को नियंत्रित किया, तो उन्होंने पाया कि एम्लोडिपाइन कैल्शियम चैनलों को सक्रिय नहीं करता है। अध्ययन में कहा गया है कि एम्लोडिपाइन हृदय विफलता या अन्य हृदय संबंधी समस्याओं में वृद्धि से जुड़ा नहीं था। (आईएएनएस)

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