चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के 67 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा के साथ ही बगावत शुरू हो गई है। उसके कई विधायकों और नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी के अनेक पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे का ऐलान किया है। देश की चौथी सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने भी बगावत कर दी है और हिसार सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। गौरतलब है कि हिसार सीट पर भाजपा ने उनकी जगह कमल गुप्ता को विधानसभा की टिकट दी है।
भाजपा से बगावत करने के बाद सावित्री जिंदल ने हिसार में अपने समर्थकों से कहा- मैं भाजपा की प्राथमिक सदस्य नहीं हूं। मैं चुनाव न लड़ने के बारे में बोलने के लिए दिल्ली से वापस आई थी, लेकिन आपका प्यार और विश्वास देखकर मैं चुनाव लड़ूंगी। सावित्री जिंदल के बेटे नवीन जिंदल को इस बार भाजपा ने कुरुक्षेत्र से लोकसभा का टिकट दिया था और वे चुनाव जीते हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा की बुधवार को जारी सूची में हिसार से सावित्री जिंदल का नाम न देख उनके समर्थक गुरूवार सुबह जिंदल हाउस पहुंच गए।
बुधवार शाम को 67 उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद सिर्फ सावित्री जिंदल नाराज नहीं हुई हैं। कई नेताओं ने बगावत कर दी है। रानियां, महम, थानेसर, सफीदों, पृथला, रेवाड़ी आदि क्षेत्रों में बगावत दिखी। राज्य सरकार के मंत्री रणजीत चौटाला ने समर्थकों की मीटिंग बुलाई और माना जा रहा है कि वे भी चुनाव लड़ेंगे। टिकट कटने के बाद रतिया के भाजपा विधायक लक्ष्मण नापा ने इस्तीफा दे दिया। वे कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे। वहीं रोहतक के महम से भाजपा के 2019 में उम्मीदवार रहे शमशेर सिंह खरखड़ा सहित सोनीपत और चरखी दादरी के कई पदाधिकारियों ने भी इस्तीफा दे दिया है।