नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले केंद्र सरकार ने तीन हस्तियों को सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की है। शुक्रवार को सरकार ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह, देश में आर्थिक उदारवाद लाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव और हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित करने का ऐलान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों हस्तियों को भारत रत्न दिए जाने का ऐलान सोशल मीडिया में किया। सभी राजनीतिक दलों ने इस फैसले का स्वागत किया है।
इस तरह केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न के मामले में अपना ही पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मोदी सरकार ने पिछले लोकसभा चुनाव से ठीक पहले यानी 2019 में गणतंत्र दिवस के मौके पर तीन हस्तियों- प्रणब मुखर्जी, नानाजी देशमुख और भूपेन हजारिका को भारत रत्न देने की घोषणा की थी। इसके पांच साल बाद 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सरकार ने पांच हस्तियों को भारत रत्न देने का ऐलान किया है। इनमें से कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा 23 जनवरी को हुई थी। इसके बाद तीन फरवरी को लालकृष्ण आडवाणी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने की घोषणा हुई और नौ फरवरी को चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिंह राव और एमएस स्वामीनाथन के नाम का ऐलान हुआ।
गौरतलब है कि चौधरी चरण सिंह देश के पांचवें और पीवी नरसिंह राव नौवें प्रधानमंत्री थे। वहीं कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को हरित क्रांति का जनक माना जाता है। खाद्यान्न के मामले में भारत को आत्मनिर्भर बनाने में स्वामीनाथन का बड़ा योगदान रहा है। तमिलनाडु के रहने वाले स्वामीनाथन का पिछले साल 28 सितंबर को निधन हो गया था। वे 98 साल के थे। उनकी बेटी और विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक रहीं सौम्या स्वामीनाथन ने अपने पिता को सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिलने पर खुशी जताई है और कहा कि उनके पिता ने कभी पुरस्कार की लालसा में कोई काम नहीं किया।
चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने के बाद उनके पोते और राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी ने लिखा- दिल जीत लिया। उन्होंने लिखा- मजा आ गया! बहुत बड़ा दिन है, मेरे लिए भावुक पल है, यादगार है। मैं राष्ट्रपति जी, केंद्र सरकार और विशेष तौर पर प्रधानमंत्री मोदी जी को धन्यवाद देता हूं। बहुत बड़ा संदेश पूरे देश में गया है। नरसिंह राव के परिवार ने भी इस फैसले का स्वागत किया है और प्रधानमंत्री का आभार जताया है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी तीनों हस्तियों को सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने के फैसले का स्वागत किया है।
गौरतलब है कि 2014 में सत्ता संभालने के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार अब तक दस हस्तियों को भारत रत्न दे चुकी है। इससे पहले तीन फरवरी को भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी और 23 जनवरी को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का ऐलान किया गया। इनके अलावा मोदी के कार्यकाल में मदन मोहन मालवीय, अटल बिहारी वाजपेयी, प्रणब मुखर्जी, भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को यह सम्मान मिल चुका है। शुक्रवार को घोषित तीन हस्तियों को मिलाकर इस सम्मान को हासिल करने वालों में अब तक कुल 53 लोग शामिल हो चुके हैं।