कोलकाता। भारी हिंसा के बीच हुए पंचायत चुनावों में पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की है। ममता बनर्जी की पार्टी ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद चुनाव में बाकी सभी पार्टियों की जीती साझा सीटों से भी कई गुना अंतर से आगे चल रही है। बैलेट पेपर से हुए चुनाव की वजह से वोटों की गिनती में समय लग रहा है। गिनती दो दिन तक चल सकती है। मंगलवार को खबर लिखे जाने तक ममता बनर्जी की पार्टी 20 हजार के करीब सीटें जीत चुकी थी, जबकि दूसरे नंबर की पार्टी भाजपा साढ़े चार हजार सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी थी।
आठ जुलाई को हुए मतदान के लिए वोटों की गिनती मंगलवार सुबह आठ बजे से शुरू हुई। ग्राम पंचायत की ज्यादातर सीटों पर तृणमूल कांग्रेस एकतरफा जीत की ओर आगे बढ़ रही है। मंगलवार देर रात के आंकड़ों के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस ग्राम पंचायत का 20 हजार से ज्यादा सीटें जीत चुकी थी और आठ हजार सीटों पर आगे चल रही थी। राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत की करीब 74 हजार सीटें हैं जिन पर गिनती चल रही है।
इनमें से भाजपा ने साढ़े चार हजार सीटें जीती हैं और ढाई हजार के करीब सीटों पर आगे चल रही थी। वामपंथी मोर्चो को डेढ़ हजार सीटें मिली हैं, जबकि कांग्रेस नौ सौ सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी की भी बंगाल में एंट्री हो गई है। उनकी पार्टी एआईएमआईएम ने बंगाल ग्राम पंचायत की तीन सीटें जीतीं। ग्राम पंचायत के अलावा पंचायत समिति में भी तृणमूल ने बड़ी जीत हासिल की। खबर लिखे जाने तक टीएमसी ने 118 सीटों पर जीत दर्ज की और 782 सीटों पर आगे चल रही थी। वहीं, भाजपा 79 और कांग्रेस आठ सीटों पर बढ़त बनाए हुए थी। जिला परिषद में भी टीएमसी ने 18 सीटें जीतीं और 64 सीटों पर बढ़त बनाए हुए थी।
राज्य चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई और अगले दो दिनों तक जारी रहने की संभावना है। मतपत्रों की गिनती और नतीजे आने में समय लगेगा। अधिकारियों ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए करीब 74 हजार सीटों पर वोटों की गिनती हो रही है। इसमें 9,730 पंचायत समिति की सीटें हैं और 928 जिला परिषद सीटें भी शामिल हैं। राज्य में आठ जून को चुनाव की घोषणा हुई थी और उसके बाद आठ जुलाई को मतदान होने तक अलग अलग जगहों पर हुई हिंसा में 36 लोगों की हत्या हुई।