राज्य-शहर ई पेपर व्यूज़- विचार

बांग्लादेश में छात्र विद्रोह बढ़ा!

Bangladesh

ढाका। बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ छात्र संगठनों का ‘‘असहयोग’’ आंदोलन रविवार को देश के अलग-अलग हिस्सों में फैला। प्रदर्शनकारियों और प्रधानमंत्री हसीना की अवामी लीग पार्टी के समर्थकों हिंसक झड़पे हुई। 14 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 72 लोगों की मौत की खबर है। सैकड़ों घायल है।

प्रधानमंत्री हसीना ने कहा कि विरोध के नाम पर बांग्लादेश में तोड़फोड़ करने वाले लोग छात्र, नहीं बल्कि आतंकवादी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं देशवासियों से अपील करती हूं कि इन आतंकियों से सख्ती से निपटा जाए।’’

साथ ही प्रधानमंत्री ने गणभवन में सुरक्षा मामलों की राष्ट्रीय समिति की बैठक बुलाई। बैठक में सेना, नौसेना, वायुसेना, पुलिस, रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी), बांग्लादेश सीमा गार्ड (बीजीबी) के प्रमुखों और अन्य शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

प्रोथोम अलोअखबार ने बताया है, ‘‘देशभर में पूरे दिन हुई झड़पों में अब तक 72 लोग मारे जा चुके हैं।’’ पुलिस मुख्यालय के अनुसार, देशभर में 14 पुलिसकर्मियों के मारे जाने की खबर है जिनमें से 13 सिराजगंज के इनायतपुर थाने के थे। अखबार के अनुसार, कोमिला के इलियटगंज में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई।

गृह मंत्रालय ने रविवार शाम छह बजे से देश में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया।  सरकारी एजेंसियों ने सोशल मीडिया मंच फेसबुक’, ‘मैसेंजर’, ‘व्हॉट्सऐपऔर इंस्टाग्रामसब को बंद करा दिया है।  मोबाइल प्रदाताओं को 4जी इंटरनेट बंद करने का आदेश दिया गया है। स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन प्लेटफॉर्मने सरकार के इस्तीफे की एक सूत्री मांग के साथ आज से पूर्ण ‘‘असहयोग’’ आंदोलन का आह्वान किया है।

उधर सरकार ने सोमवार, मंगलवार और बुधवार को तीन दिवसीय सामान्य अवकाश की घोषणा की है।

अखबार ने बताया कि नरसिंगडी में सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में सत्तारूढ अवामी लीग पार्टी के छह नेताओं और कार्यकर्ताओं को पीट-पीटकर मार दिया गया। कई अन्य घायल हो गए।

आंदोलनकारियों ने प्रधानमंत्री हसीना के बातचीत के न्यौते को निमंत्रण को खारिज कर सरकार के इस्तीफे की मांग की है। प्रदर्शन के समन्वयकों ने स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, निजी विश्वविद्यालयों और मदरसों के छात्रों के साथ-साथ श्रमिकों, पेशेवरों, राजनीतिक कार्यकर्ताओं और अन्य आम लोगों से विरोध प्रदर्शन में भाग लेने का आह्वान किया। 

सरकार विरोधी प्रदर्शनों के समन्वयक नाहिद इस्लाम ने घोषणा की कि वे अपनी एक सूत्री मांग को लेकर सोमवार को प्रदर्शन और सामूहिक धरना देंगे। उन्होंने एक बयान में कहा कि सोमवार को वे आरक्षण सुधार आंदोलन के दौरान हाल ही में देशभर में मारे गए लोगों की याद में शहीद स्मारक पट्टिकाओं का अनावरण करेंगे। बांग्लादेश में हाल में पुलिस और मुख्य रूप से छात्र प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें देखने को मिली थीं जिसमें 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

Tags :

By NI Desk

Under the visionary leadership of Harishankar Vyas, Shruti Vyas, and Ajit Dwivedi, the Nayaindia desk brings together a dynamic team dedicated to reporting on social and political issues worldwide.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *