ढाका। बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने मौजूदा संसद को भंग कर दिया है। साथ ही संसद के वापिस चुनाव से पहले अंतरिम सरकार के गठन के लिए नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस का सर्वमान्य होता हुआ है। ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ के नेताओं ने मंगलवार को कहा कि वे नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस को देश की अंतरिम सरकार का प्रमुख बनाना चाहते हैं।आंदोलन के प्रमुख समन्वयकों में से एक नाहिद इस्लाम ने कहा है कि उन्होंने यूनुस (84) से पहले ही बात कर ली है और वह बांग्लादेश को बचाने की खातिर यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हो गए हैं।
मंगलवार को राष्ट्रपति भवन के एक प्रवक्ता ने बतायाकि ‘‘राष्ट्रपति ने एक शासकीय आदेश के तहत जातीय संसद को भंग कर दिया है।’’संसद को भंग करने का निर्णय सशस्त्र बलों के तीनों प्रमुखों, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, नागरिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों और आंदोलन कर रहे छात्रों के नेताओं के साथ राष्ट्रपति की चर्चा के बाद लिया गया।’’
संभव है बुधवार को एक पूर्ण अंतरिम सरकार की घोषणा हो। प्रवक्ता ने कहा कि बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया (79) को नजरबंदी से रिहा कर दिया गया है।उन्होंने बताया कि एक जुलाई से अबतक गिरफ्तार किये गए लोगों को रिहा करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और कई लोगों को पहले ही रिहा किया जा चुका है।
यूनुस फिलहाल देश से बाहर हैं, लेकिन उन्होंने हसीना के अपदस्थ होने का स्वागत किया और इस घटनाक्रम को देश की ‘‘दूसरी मुक्ति’’ करार दिया है।यूनुस और हसीना सरकार के बीच अस्पष्ट कारणों से लंबे समय से विवाद है। हसीना के 2008 में सत्ता में आने के बाद अधिकारियों ने यूनुस के खिलाफ कई जांच शुरू की थीं।
इस बीच, यूनुस ने कहा, ‘‘अगर छात्र इतना त्याग कर सकते हैं, अगर देश के लोग इतना त्याग कर सकते हैं, तो मेरी भी कुछ जिम्मेदारी है। मैंने छात्रों से कहा है कि मैं जिम्मेदारी ले सकता हूं।’’
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में पिछले दो दिन में हुई हिंसा में कम से कम 119 लोग मारे गए हैं।सरकार विरोधी प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 440 हो गई।‘बीडीन्यूज24 डॉट कॉम’ समाचार पोर्टल ने कहा कि जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़ने के बावजूद मंगलवार को स्थिति सामान्य होने के संकेत मिले तथा पुलिस और सेना सड़कों पर गश्त कर रही है।