नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र से एक दिन पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक हुई, जिसमें सत्र के सुचारू संचालन को लेकर चर्चा हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में यह बैठक हुई, जिसमें 30 पार्टियों के कुल 42 नेता मौजूद थे। गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार, 25 नवंबर से शुरू हो रहा है। कांग्रेस सहित सभी विपक्षी नेताओं ने लोकसभा में पहले दिन अडानी मामले पर बहस की मांग की है।
गौरतलब है कि अमेरिका की एक अदालत ने गौतम अडानी सोलर एनर्जी का ठेका हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को लगभग 22 सौ करोड़ रुपए की रिश्वत देने की पेशकश का आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने इस मामले पर जेपीसी की मांग की है। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि उनकी पार्टी ने मणिपुर मुद्दे, प्रदूषण, रेल दुर्घटनाओं पर भी संसद में चर्चा करने का प्रस्ताव रखा है।
दूसरी ओर में संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि चर्चा के मुद्दों पर फैसला कार्य मंत्रणा समिति करेगी। विपक्ष सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने दे। संसद का शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान 19 बैठकें होंगी। सरकार ने सत्र में विचार के लिए वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन विधेयक सहित 16 विधेयकों की सूची तैयार की है। इस सत्र में कार्यवाही शुरू होने से पहले केरल की वायनाड और महाराष्ट्र की नांदेड़ सीट से उप चुनाव जीत कर आए दो नए सांसदों को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला शपथ दिलाएंगे।
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पांच विधेयक पेश किए जाने और पारित किए जाने के लिए लिस्ट किए गए हैं, वहीं 11 विधेयक विचार और पारित किए जाने के लिए हैं। ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ कराने के लिए प्रस्तावित विधेयकों का सेट अभी सूची का हिस्सा नहीं है, हालांकि कुछ बताया जा रहा है कि सरकार आगामी सत्र में प्रस्तावित कानून ला सकती है।