नई दिल्ली। चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में सीमा पर समझौता होने और दोनों सेनाओं के गश्त शुरू करने के बाद अब भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, एनएसए अजित डोवाल जल्दी ही चीन के दौरे पर जाएंगे। पूर्वी लद्दाख में समझौते के बाद दोनों देशों के रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री अलग अलग कार्यक्रमों में मिल चुके हैं। बताया जा रहा है कि अजित डोवाल बुधवार, 18 दिसंबर को चीन के दौरे पर जाएंगे तो सीमा विवाद से जुड़े कुछ और पहलुओं को सुलझाने के बारे में बात होगी।
गौरतलब है कि सीमा पर समझौते के बाद कहा गया था कि दोनों देश अब तनाव कम करने के लिए काम करेंगे। बताया जा रहा है कि चीन दौरे पर एनएसए अजित डोवाल चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ सीमा विवाद से जुड़े मुद्दों के समाधान पर बातचीत करेंगे। असल में भारत और चीन के बीच इस साल अक्टूबर में सीमा विवाद को सुलझाने के लिए जब सहमति बनी तब दोनों देशों ने अजित डोवाल और वांग यी को विशेष प्रतिनिधि बनाया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 अक्टूबर को रूस के कजान में ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग से मिले थे और दोनों के बीच दोपक्षीय बातचीत हुई थी। जून 2020 में गलवान में हुई झड़प के बाद मोदी और जिनफिंग के बीच यह पहली दोपक्षीय बातचीत थी। बहरहाल, 2019 के बाद यह पहला मौका है जब भारत का कोई वरिष्ठ अधिकारी चीन के दौरे पर जा रहे हैं। इससे पहले विदेश मंत्री जयशंकर ने अगस्त 2019 में चीन की यात्रा की थी।