नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख की सीमा पर भारत और चीन के बीच समझौता होने और दोनों देशों की सेनाओं की गश्त शुरू होने के बाद संबंध को सामान्य करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इसी क्रम में बुधवार, 18 दिसंबर को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। दोनों के बीच बैठक में वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर शांति और स्थिरता बनाए रखने और चार साल से अधिक समय से ठप्प दोपक्षीय संबंधों को बहाल करने सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
बताया गया है कि दोनों के बीच बैठक भारतीय समय के मुताबिक सुबह आठ बजे शुरू हुई। बैठक के बाद चीन ने कहा कि वह भारत के साथ हुए समझौतों को लागू करेगा। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीन ईमानदारी से मतभेदों को सुलझाने के लिए तैयार है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल 17 अक्टूबर को भारत और चीन के बीच विशेष प्रतिनिधि स्तर की 23वीं बैठक में शामिल होने बीजिंग पहुंचे थे।
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच इस साल अक्टूबर में सीमा विवाद को सुलझाने के लिए सहमति बनी थी। इसके लिए दोनों देशों ने अजित डोवाल और वांग यी को स्पेशल प्रतिनिधि बनाया था। 2019 के बाद ये पहला मौका है जब भारत का कोई वरिष्ठ अधिकारी चीन के दौरे पर है। इससे पहले 2019 में विदेश मंत्री जयशंकर ने बीजिंग का दौरा किया था। हालांकि अक्टूबर में सीमा विवाद पर समझौता होने के बाद रूस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनफिंग के बीच मुलाकात हुई और दोनों देशों के रक्षा व विदेश मंत्री भी अलग अलग कार्यक्रमों में मिल चुके हैं।