World Population Day 2024: विश्व जनसंख्या दिवस (World Population Day)मनाने का महत्वपूर्ण कारण है कि लोगों को जागरूक करना. विश्व जनसंख्या दिवस हमें तेजी से बढ़ती जनसंख्या और उससे जुड़ी चुनौतियों के प्रति जागरूक करता है. यह दिन हमें याद दिलाता है कि बढ़ती हुई जनसंख्या एक बहुते बड़ा मुद्दा है. जनसंख्या नियंत्रण और परिवार नियोजन के मुद्दों पर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है. 2023 के अनुमान के अनुसार, भारत की जनसंख्या 1.4 अरब के करीब है और जनसंख्या तेजी से बढ़ती ही जा रही है. और 2030 तक भारत सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश बनने की संभावना है. भारत दुनिया के सबसे बड़े और घनी आबादी वाले देशों में से एक है. हिंदुस्तान की जनसंख्या तेजी से बढ़ती ही जा रही है. जनसंख्या के मामले में यह केवल चीन से पीछे है, लेकिन भविष्यवाणी की जाती है कि आने वाले वर्षों में यह चीन को भी पीछे छोड़ सकता है. इसके कारण होने वाली गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रतिवर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। आइए, इस दिन के इतिहास और इसके महत्व के बारे में विस्तार से जानते हैं…
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मनाने का कारण और इतिहास
विश्व जनसंख्या दिवस (World Population Day) हर साल 11 जुलाई को मनाया जाता है. यह दिन गर्भनिरोधक और परिवार नियोजन के महत्व को जागरूक करने के लिए समर्पित है. लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व जनसंख्या दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को जनसंख्या विस्फोट, परिवार नियोजन, लैंगिक समानता, गरीबी, मातृ स्वास्थ्य और मानव अधिकारों से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना है. लोगों को जागरूक करने के लिए अनेक अभियान चलाए जाते है जिससे लोगों को जागरूक किया जाता है. विश्व जनसंख्या दिवस (World Population Day)की शुरुआत 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा की गई थी. 1987 तक दुनिया की जनसंख्या पांच अरब के करीब पहुंच चुकी थी, जिसे लेकर देशों को चिंता होने लगी. इस ऐतिहासिक घटना ने वैश्विक समुदाय का ध्यान तेजी से बढ़ती जनसंख्या और इससे जुड़े मुद्दों की ओर आकर्षित किया. इसके बाद, संयुक्त राष्ट्र ने 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया।
क्या है इसका उद्देश्य और महत्व
1. परिवार नियोजन, जनसंख्या विस्फोट
विश्व जनसंख्या दिवस का मुख्य उद्देश्य परिवार नियोजन के महत्व को जागरूक करना है. सही जानकारी और संसाधनों की मदद से लोग अपनी परिवार की योजना बना सकते हैं और अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं. तेजी से बढ़ती जनसंख्या कई समस्याओं को जन्म देती है, जैसे कि संसाधनों की कमी, पर्यावरण प्रदूषण, और जीवन स्तर में गिरावट. इस दिन का उद्देश्य इन समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करना और समाधान के उपाय प्रस्तुत करना है।
2. महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य सेवाएं
जनसंख्या नियंत्रण और परिवार नियोजन के मुद्दों में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. इस दिन महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाता है और उन्हें सशक्त बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. विश्व जनसंख्या दिवस का एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य मातृ स्वास्थ्य और नवजात स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाना है. उचित स्वास्थ्य सेवाओं की मदद से मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सकता है.