उज्जैन। होली का उत्साह अब धीरे-धीरे दिखने लगा है। उज्जैन के वैष्णव मंदिरों में बसंत पंचमी से फाग उत्सव की शुरुआत हो चुकी है। 40 दिवसीय उत्सव में एकादशी पर श्रीनाथ जी की हवेली में भक्तों ने रंगभरी होली का उत्सव मनाया। नगर के वैष्णव मंदिरों में फाग महोत्सव की धूम बसंत पंचमी (Basant Panchami) से शुरू हो गई है। Shrinathji Temple
प्रतिदिन राजभोग आरती में मुखियाजी ठाकुरजी को अबीर व गुलाल से होली खिला रहे हैं। वहीं बुधवार को श्रीनाथजी की हवेली में रंगभरी एकादशी पर भक्ति का गुलाल उड़ाने के साथ ही गीली होली की शुरुआत हो गई है। भगवान श्रीकृष्ण (Sri Krishna) के भजनों के साथ भक्तों ने होली का आनंद उठाया।
श्रीनाथ जी (Shrinathji) की हवेली में सैंकड़ों भक्तों की उपस्थिति में बुधवार की दोपहर में राजभोग आरती के दौरान भगवान के साथ गीले रंग की होली की शुरुआत हो गई है। भगवान के साथ ही मौजूद भक्तों पर टेसू के फूलों से बने प्राकृतिक रंगों की बौछार कर भिगाा दिया। बच्चों से लेकर वृद्ध तक भगवान के साथ भक्ति रंग में रंगें नजर आए।
इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण के जयकारों के साथ ही भजन का दौर चलता रहा। एकादशी से प्रतिदिन श्रीनाथजी, गोवर्धननाथजी, चारभुजा नाथ जी, महाप्रभुजी की बैठक आदि मंदिरों में फाग उत्सव मनाया जा रहा है। रंगभरी एकादशी सभी मंदिरों में एकादशी से धुलेंडी तक गीले रंग से होली खेली जाएगी।
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