Sawan 2024: सावन का पवित्र महीना 22 जुलाई से शुरू होने जा रहा है. इस बार अच्छी बात यह है कि सावन का महीना सोमवार को ही शुरू हो रहा है और सावन का महीना खत्म भी सोमवार को ही होगा. शिवजी को सावन का महीना अत्यंत प्रिय होता है और उससे भी प्रिय होता सावन के सोमवार. महादेव को प्रसन्न करने के लिए इस पूरे महीने में शिवजी की पूजा-अर्चना की जाती है. मान्यता है कि इस महीने में महादेव से जो कुछ भी मांगो अवश्य ही पूर्ण होता है. महादेव की पूजा के दौरान भक्त फल और फूल के साथ को बेल, धतूरा भी चढ़ाते हैं.
धार्मिक महत्व को अलावा अन्य महत्व
बहरहाल, ये तो हुआ सावन महीने का धार्मिक महत्व है. लेकिन सावन महीने में भगवान शंकर को पूजा के दौरान चढ़ाए जाने वाले बेल के पत्तों के अलावा बेल का फल भी चढ़ाया जाता है. इसका फल सेहत के नजरिए से भी काफी फायदेमंद माना जाता है. इसके अलावा भगवान शिव को बेल का फल भी अर्पित करते है जो भक्ति और सेहत दोनों के लिए अच्छा होता है. बेल का फल सेहत के नजरिए से भी काफी फायदेमंद माना जाता है. गर्मियों में हीट स्ट्रोक से बचने के लिए खासतौर पर बेल के फल का शर्बत पिया जाता है. आमतौर पर बेल को लोग तपती गर्मी में ठंडक पहुंचाने के लिए पीते हैं. लेकिन आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से बेल शरीर को कई रोगों से दूर रखने में मदद करता है. आइए जानते हैं कि आखिर बेल का फल कैसे शरीर के लिए फायदेमंद है…..
न्यूट्रिएंट्स और दिल के रोगों से बचाएं
एक्सपर्ट की मानें तो बेल के फल में शुगर होने के साथ प्रोटीन, फाइबर, फैट, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, फॉस्फोरस जैसे तत्व पाए जाते हैं. इसके अलावा, इस फल में विटामिन ए, बी और सी भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं.बेल का फल कई बीमारियों में फायदेमंद माना जाता है. लेकिन खासतौर पर यह पेट और दिल की बीमारियों से बचाने में मदद करता है. बेल में इंफ्लामेशन यानी सूजन को कम करने क्षमता होती है. इसके साथ ही यह पीलिया और अल्सर को दूर करने के साथ-साथ इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार है.
कोलेस्ट्रॉल में फायदेमंद
बेल का फल हमारे डाइजेशन और पाचन के लिए काफी फायदेमंद है. बेल में फाइबर की मात्रा भरपूर होती है. फाइबर हमारे पाचन को मजबूत बनाने का काम करता है. इसके अलावा, ये शरीर की नसों में जमा बैड कोलेस्ट्रॉल भी कम करने में मदद करता है.आप बेल को आप कई तरीकों से खा सकते हैं. वैसे तो इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल शरबत के तौर पर किया जाता है. आप बेल को तोड़कर इसका गूदा निकालकर भी खा सकते हैं. ध्यान रहे कि इसके गूदे को निकालकर रात भर के लिए पानी में भिगोकर रखें और अगली सुबह इसे खाएं.
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