Water Poisoning: फूड पॉइजनिंग के बारे में तो आपने सुना होगा, जो दूषित भोजन के कारण होती है, लेकिन क्या आप वाटर पॉइजनिंग के बारे में जानते हैं?(Water Poisoning)
हाल ही में, अमेरिका के टेक्सास शहर में वाटर पॉइजनिंग का एक दुर्लभ मामला सामने आया है, जिसने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है।
डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार, 74 वर्षीय जॉन पुटनाम, जो एक लैंडस्केपर के रूप में काम कर रहे थे, अत्यधिक प्यास के कारण पांच घंटे के भीतर लगभग तीन गैलन पानी पी गए। उस दिन का तापमान 100°F (37.7°C) तक पहुंच गया था।
शुरुआत में उन्हें मतली और थकान जैसी समस्याएं हुईं, लेकिन शाम तक ये लक्षण गंभीर हो गए, और उन्हें सीने में दर्द और सांस लेने में कठिनाई का अनुभव होने लगा। जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया, तो डॉक्टरों ने वाटर पॉइजनिंग का निदान किया।
यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब अत्यधिक मात्रा में पानी पीने से शरीर में सोडियम का स्तर खतरनाक रूप से कम हो जाता है, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं।
तीन महीने में रिपोर्ट किए गए दो मामले
हाल ही में, टेक्सास में वाटर पॉइजनिंग का मामला सामने आने से पहले, जुलाई के शुरुआती हफ्तों में अमेरिका के इंडियाना शहर में भी 35 वर्षीय महिला एश्ले समर्स में वाटर पॉइजनिंग की समस्या पाई गई थी, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सभी लोगों को इस गंभीर स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जागरूक होना और सेहत के प्रति सतर्क रहना जरूरी है। अत्यधिक मात्रा में पानी पीना भी आपके लिए खतरनाक हो सकता है। हालांकि वाटर पॉइजनिंग के मामले दुर्लभ होते हैं, लेकिन इसके जोखिमों को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता।
क्या है वाटर पॉइजनिंग की समस्या?
हमारे शरीर को ठीक से काम करने के लिए पानी की जरूरत होती है, लेकिन अगर कम समय में बहुत अधिक पानी पी लिया जाए, तो इसके गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव हो सकते हैं। इस स्थिति को “वाटर पॉइजनिंग” या “वाटर इंटॉक्सिनेशन” कहा जाता है। अधिक पानी पीने से शरीर का इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बिगड़ने लगता है, जिससे मस्तिष्क और किडनी के सामान्य कार्यों में बाधा आ सकती है।(Water Poisoning)
ज्यादा पानी पीने से रक्त में सोडियम की मात्रा कम हो जाती है, जिसे हाइपोनेट्रेमिया कहा जाता है। अगर इसका समय पर निदान और इलाज नहीं किया जाए, तो यह जानलेवा साबित हो सकता है।
इसके दुष्प्रभाव क्या हो सकते हैं?
जब कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा पानी पीता है, तो मस्तिष्क की कोशिकाएं फूलने लगती हैं और खोपड़ी के अंदर दबाव बढ़ जाता है। इसके कारण सिरदर्द, मतली, उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर समय पर इसका इलाज न हो, तो लक्षण गंभीर हो सकते हैं, जिससे मांसपेशियों में कमजोरी, ऐंठन, रक्तचाप बढ़ना, दृष्टि में समस्या, भ्रम, और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।
गंभीर मामलों में दौरे पड़ सकते हैं, ब्रेन डैमेज हो सकता है, कोमा आ सकता है, और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है।
आपको कितना पानी चाहिए?
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) के अनुसार, पानी की जरूरत के लिए कोई आधिकारिक दिशा-निर्देश नहीं हैं। यह आवश्यक मात्रा व्यक्ति के वजन, शारीरिक गतिविधि, जलवायु, और स्तनपान जैसे कारकों पर निर्भर करती है।
आमतौर पर वयस्कों के लिए प्रतिदिन 3-4 लीटर पानी पीना पर्याप्त माना जाता है। एक 2013 के अध्ययन के अनुसार, हमारी किडनी एक दिन में लगभग 20-28 लीटर पानी निकाल सकती है, लेकिन यह प्रति घंटे 0.8 से 1.0 लीटर से अधिक नहीं होना चाहिए। इससे अधिक पानी पीने से बचना चाहिए, क्योंकि यह स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।