नई दिल्ली। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) और बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) के साथ नए संसद भवन की ओर मार्च करने को लेकर सोमवार को अपने और साथी पहलवानों के खिलाफ दर्ज एफआईआर (FIR) पर अपना गुस्सा जाहिर किया। साक्षी मलिक ने ट्विटर (Twitter) पर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की आलोचना करते हुए कहा कि मामला दर्ज करने में सात घंटे भी नहीं लगे जबकि भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) पर मामला दर्ज होने में सात दिन लगे।
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उन्होंने कहा, लड़कियों का यौन शोषण (Sexual Exploitation) करने वाले बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने में दिल्ली पुलिस को 7 दिन लग गए और शांतिपूर्वक विरोध करने पर हमारे खिलाफ एफआईआर दर्ज करने में 7 घंटे भी नहीं लगे। क्या इस देश में तानाशाही शुरू हो गई है? पूरी दुनिया देख रही है कि सरकार अपने खिलाड़ियों के साथ कैसा व्यवहार कर रही है। बता दें, जंतर मंतर (Jantar Mantar) पर धारा 144 लागू है। किसी भी प्रदर्शनकारी या बाहरी व्यक्ति को जंतर मंतर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। पुलिस ने इलाके में और उसके आसपास सुरक्षा बैरिकेड्स लगा दिए हैं। (आईएएनएस)