नई दिल्ली। रामनवमी के मौके पर देश के कई राज्यों में सांप्रदायिक झड़प और हिंसा की खबर है। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो गुटों में झड़प हो गई, जो बड़ी हिंसा में तब्दील हो गई। दंगाइयों ने पुलिस पर पथराव किया और कई गाड़ियों को आग लगा दी। हालांकि हिंसा में किसी के मारे जाने की खबर नहीं है। बताया जा रहा है कि रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद हिंसा शुरू हुई थी। दंगाइयों को काबू में करने के लिए भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दंगाइयों को देश का दुश्मन कहा।
पश्चिम बंगाल के अलावा गुजरात और महाराष्ट्र में भी गुरुवार को हिंसा, पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं। गुजरात के वडोदरा में रामनवमी के जुलूस पर दो अलग-अलग जगहों पर हमला किया गया। सबसे पहले फतेहपुरा, इसके बाद इसके बाद कुंभारवाड़ा में पत्थरबाजी की घटना सामने आई। उधर, महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में बुधवार की रात को मंदिर के बाहर कुछ लोगों ने आगजनी की। पुलिस की गाड़ियों में भी आग लगा दी गई। बताया जा रहा है कि बुधवार की रात साढ़े 11 बजे शुरू हुआ दंगा तड़के साढ़े तीन बजे तक चलता रहा।
बहरहाल, वडोदरा में कुंभारवाड़ा इलाके में गुरुवार शाम साढ़े पांच बजे के करीब कुछ लोगों ने रामनवमी पर निकाली जा रही शोभायात्रा पर पथराव किया। हालांकि, मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को काबू में कर लिया है। इससे पहले दोपहर में करीब दो बजे फतेहपुरा इलाके में भी शोभायात्रा पर पथराव हुआ था। दंगाइयों ने सड़क पर खड़े वाहनों में भी तोड़फोड़ की। घटना के बाद इलाके की दुकानें बंद कर दी गई थीं।
महाराष्ट्र के संभाजीनगर में भीड़ को काबू करने के लिए कुछ धर्मगुरुओं को बुलाया गया। लेकिन भीड़ उनकी बात मानने को तैयार नहीं थी। कुछ ही देर में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों सहित भारी फोर्स मौके पर पहुंच गई। दंगाइयों ने उन पर भी पथराव किया और कार के शीशे तोड़ दिए। पुलिस ने लाठी चार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया। आंसू गैस के गोले भी छोड़े। हालांकि स्थानीय सांसद ने एक वीडियो जारी करके कहा कि कोई हिंसक घटना नहीं हुई है।